सावन मास के सातवें सोमवार को सुबह से ही महिला और पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़
चित्तौरगढ़। बड़ीसादड़ी कस्बे के प्रमुख शिवालयों में सावन माह के सातवें सोमवार को सुबह से ही महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं द्वारा भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की गई। शिवालयों में भगवान शिव की प्रतिमा और शिवलिंग का विशेष शृंगार किया गया। पंडित धर्मेंद्र आमेटा ने बताया कि श्रावण माह में सोमवार को भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इसी क्रम में शहर के सभी शिवालयों में महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने महादेव व्रत का संकल्प लिया. सभी शिवालयों सहित 300 महिला-पुरुषों ने भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर महादेव व्रत का संकल्प लिया। मंशापूर्ण महादेव का व्रत 4 महीने तक चलने वाला व्रत है। अभीष्ट महादेव का व्रत स्त्री-पुरुष समान रूप से करते हैं। दो श्रावण मास होने के कारण यह व्रत 21 अगस्त से 17 नवंबर तक रखा जाएगा। मनोकामनापूर्ण महादेव व्रत में बिना कुछ खाए-पीए, स्नान करके महादेव की पूजा करने के बाद कथा सुनने के बाद ही चाय-पानी पी सकते हैं। इस व्रत में कच्चे सूत से बनी रस्सी की पूजा की जाती है। इस बेल की पूजा करने के बाद ही हम अन्न-जल ग्रहण करते हैं। यह व्रत प्रत्येक सोमवार को रखा जाता है। व्रत के दिन वृत्ति जमीन पर सोती है। ब्रह्मचर्य का व्रतपूर्वक पालन करता है।