हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ शुक्रवार देर शाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पोर्टल शुरू हुआ तो किसानों और सीएससी संचालकों ने राहत की सांस ली, वहीं शनिवार और रविवार को सभी बैंकों की दो दिन की छुट्टी ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। बीमा कंपनी ने 31 जुलाई अंतिम तिथि घोषित की है। शनिवार और रविवार को बैंकों में छुट्टी होने के कारण अपनी जमीन पर केसीसी लेने वाले किसानों को अपनी फसल का बीमा कराने के लिए सोमवार का ही समय मिलेगा। सात दिनों से परेशान किसानों, बैंक अधिकारियों व सीएससी संचालकों ने राहत की सांस ली। वहीं दो दिन की बैंक छुट्टी ने सीएससी केंद्र पर अपनी फसल का बीमा कराने वाले किसानों और सीएससी केंद्र संचालकों की परेशानी बढ़ा दी है, क्योंकि किसान अपनी फसल का बीमा कराने के लिए जो पैसा सीएससी केंद्र पर जमा करता है. बैंक में दो दिन की छुट्टी रहेगी. इससे सीएससी केंद्र संचालक फसल बीमा का पैसा बैंक में जमा नहीं करने के कारण किसानों का फसल बीमा नहीं काट पाएंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत यदि किसानों द्वारा कराए जाने वाले फसल बीमा की अंतिम तिथि नहीं बढ़ती है तो 30 से 40 प्रतिशत किसान अपनी फसलों का बीमा कराने से वंचित रह जाएंगे। 21 जुलाई को बीमा कंपनी द्वारा जारी अधिसूचना के बाद किसान अपनी फसलों का बीमा कराने के लिए बैंकों और सीएससी केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं। बीमा कंपनी ने शुक्रवार देर रात पोर्टल तो शुरू कर दिया, लेकिन किसानों के पास अपनी फसल का बीमा कराने के लिए महज तीन दिन ही बचे हैं। किसान नेता मंगेज चौधरी व पवन सिहाग ने कहा कि यदि बीमा कंपनी ने किसानों को फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि नहीं बढ़ाई तो किसानों को साथ लेकर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। किसान प्रीमियम काटकर अपनी फसल का बीमा कराता है ताकि अगर उसकी फसल खराब हो जाए तो बीमा कंपनी क्लेम का भुगतान कर सके। यदि बीमा कंपनी फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि नहीं बढ़ाती है तो यह किसानों के साथ एक प्रकार का धोखा होगा, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फसल बीमा को लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. इधर, सरकार द्वारा निर्धारित 31 जुलाई में चार दिन बचे हैं. ऐसे में सभी किसानों के लिए बीमा कराना चुनौती बन गया है. किसान दिनभर संबंधित दस्तावेज लेकर ई-मित्र, ग्राम सेवा सहकारी समिति के चक्कर लगा रहे हैं। किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा कराने के लिए पहले सप्ताह से ही प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, लेकिन बीमा आवेदन 24 जुलाई को शुरू हुए थे. विभिन्न प्रकार की तकनीकी त्रुटि के कारण 3 दिन से बीमा नहीं हो पा रहा है. ई-मित्र संचालकों का कहना है कि वे बार-बार फसल बीमा के लिए आवेदन करने का प्रयास करते हैं, लेकिन बीमा योजना का पोर्टल बंद होने के कारण प्रीमियम नहीं कट पा रहा है. रात के समय भी ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापकों द्वारा बीमा पोर्टल की जांच की जाती है ताकि रात के समय किसानों का बीमा किया जा सके। किसानों ने ग्राम सेवक सहकारी समिति के मित्र संचालकों को बीमा संबंधी दस्तावेज व फसल की जानकारी देना बंद कर दिया है, ताकि पोर्टल खुलते ही किसानों का शीघ्र बीमा किया जा सके।