राजस्थान में कोरोना की बंदिशें हटी, प्रदेश में नौ जुलाई तक बजेगी शहनाइयां
जयपुर: कोरोना के कारण पिछले दो साल से बंदिशों में शादियां हुईं, लेकिन अब 15 अप्रैल से 9 जुलाई तक शादियों के खूब मुहुर्त पर राजस्थानवासी एन्जॉय करेंगे। कोरोना की बंदिशें हटने के बाद इन शादियों में प्रदेशवासी खूब धूम मचाएंगे। एक अनुमान के अनुसार इन शादियों में प्रदेशवासी 20-22 हजार करोड़ रुपये खर्च करेंगे। कोरोना से पहले तक शादी के सारे फंक्शन एक या दो दिन में हो जाया करते थे। वहीं, अब कोरोना की पाबंदियां हटने के बाद मेहंदी से लेकर महिला संगीत व रिसेप्शन आदि में चार से पांच दिन लगेंगे। मैरिज गार्डन, होटल व लॉन आदि की बुकिंग के आधार पर कहा जा सकता है कि इन विवाह मुहूर्त में राजस्थान में 2 लाख तक शादियां होंगी। विवाह के इस सीजन में जयपुर शहर में सोलह हजार तक, जबकि जिलेभर में 40 हजार शादियां होंगी। ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना से पहले तक 10 में से 3 शादियां रॉयल अंदाज में होती थीं, लेकिन अब 10 में से 7 शादियों में प्री वेडिंग शूट, सिनेमाटोग्राफी, मेहंदी, महिला संगीत जैसे कार्यक्रमों में अलग-अलग थीम, रिसेप्शन में सेल्फी बूथ, ड्रोन फोटोग्राफी आदि के लिए बुकिंग हो चुकी है।
राजस्थान टैंट डीलर्स किराया व्यवसायी समिति जयपुर के चेयरमैन रवि जिंदल का कहना है कि राजस्थान में अप्रैल से जुलाई तक होने वाली इस सीजन में 47 शादियों के मुहूर्त में लगभग 2 लाख शादियां होंगी। इससे 20-22 हजार करोड़ का व्यापार होने की उम्मीद है। जयपुर जिले मे 40 हजार के करीब शादियां होंगी, जिसका कारोबार छह हजार करोड़ के आसपास होगा। जयपुर में बड़े बजट की शादी ज्यादा होती हैं। ऑल इंडिया इंडस्ट्रीज फेडरेशन राजस्थान के अध्यक्ष मोहनलाल अग्रवाल व महामंत्री भवानी शंकर माली बताते हैं कि शहर के नगर निगम क्षेत्र के सभी 700 मैरिज गार्डन सहित जयपुर जिले में 1300 और राज्यभर के 14000 विवाह स्थलों के साथ होटलों व रिसोर्ट्स आदि में तेजी से बुकिंग हो रही हैं। टू व्हीलर ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट कौशल अग्रवाल ने बताया कि शादियों में उपहार देने के लिए वाहन खरीदने के लिए टू व्हीलर बिक्री में 20 प्रतिशत तक तेजी आई है।