उदयपुर न्यूज: राजस्थान के विवादित टाइगर टी-24 की बुधवार को मौत हो गई। टी-24 की उम्र 17 साल थी। उदयपुर के सज्जनगढ़ स्थित जैविक उद्यान में निधन हो गया। उस्ताद के नाम से मशहूर टी-24 हड्डी के कैंसर से पीड़ित थे। वृद्ध होने के कारण इस उम्र में बीमारी का दर्द सहना उनके लिए मुश्किल हो रहा था। टाइगर की मौत के बाद उसका पोस्टमार्टम सज्जनगढ़ में किया गया। दरअसल, रणथंभौर में टी-24 ने दो वनकर्मियों समेत कुल 4 लोगों पर हमला कर दिया. इससे एक वनकर्मी की मौत हो गई थी। ग्रामीणों के विरोध के बाद उस्ताद को सज्जनगढ़ स्थानांतरित कर दिया गया। बाघ टी-24 की वृद्धावस्था व बीमारी के कारण उसे चलने में परेशानी होने लगी। इसलिए कुछ महीनों तक टाइगर को सबसे सुनसान बाड़े में रखा गया। जैविक उद्यान में आने वाले पर्यटक उसे नहीं देख सके।
अक्टूबर में पता चला था कि बोन कैंसर की बीमारी है: अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में प्राथमिक जांच में टाइगर टी-24 में बोन कैंसर जैसी बीमारी का पता चला था। तभी से टाइगर को जमीन पर पैर रखने में परेशानी हो रही थी। तब डॉक्टरों ने इस मूवमेंट पर ध्यान दिया था। फिर उन्हें शांत किया गया और जांच की गई, और यह पाया गया कि उनके दाहिने पैर में मौजूदा हड्डी के समानांतर एक अलग हड्डी बढ़ रही थी। इससे टाइगर को आए दिन दर्द से गुजरना पड़ता था। उस वक्त डॉक्टर्स ने टाइगर को ऑस्टियो सार्कोमा डिजीज बताया था।