राजस्थान | कोटा में आज से मेडिकल कॉलेज ओर उससे जुडे अस्पतालों में कार्यरत ठेका कर्मचारी पूरी तरह हड़ताल पर जा रहे हैं। इस संबंध में ठेका कर्मचारियों ने एमबीएस अधीक्षक को लिखित में दिया है। कर्मचारी नेता देवाशीष सेन ने बताया कि राज्य सरकार ने ठेका कर्मचारियों के लिए बजट में घोषणा की थी,लेकिन उसे लागू नही किया गया। कैबिनेट की बैठक में भी कोई निर्णय नहीं हुआ। इससे सभी कर्मचारियों में रोष है।
जब तक ठेका कर्मियों की के माध्यम आरएलएसडीसी के से नियुक्ति नहीं होती, तब तक हड़ताल पर रहेंगे। गौरतलब है कि बीस दिन से ठेका कर्मी आंदोलन कर रहे है। एमबीएस, जेके लोन, एसएसबी, रामपुरा सेटेलाइट व न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के ठेका श्रमिकों ने आंदोलन कर काम बंद कर दिया था, जिससे की अस्पतालों में व्यवस्था गड़बड़ा गई थी। अस्पताल प्रशासन की तरफ से वैकल्पिक तौर पर नर्सिंग स्टूडेंट्स को लगाया लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था से मरीजों को राहत नहीं मिली थी। अस्पतालों में पर्ची कटवाने से लेकर जांच तक में ठेका कर्मी लगे हुए है।
ठेका कर्मियों का कहना है कि 5 हजार रुपए प्रतिमाह में काम कर रहे है। मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में ठेका प्रथा को खत्म करने की बात कही थी। बजट घोषणा पर अभी तक अमल नहीं हुआ। जबकि मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में ठेका प्रथा को खत्म करके सरकारी संस्था का गठन किया था। और आरएलएसडीसी के जरिए ठेका श्रमिकों को सीधे भुगतान की बात कही थी।