राजस्थान में कांग्रेस ने अपने ही उप मुख्यमंत्री को किया बर्खास्त
राजस्थान में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन इसकी सरगर्मी प्रदेश में अभी से नजर आ रही है
राजस्थान में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन इसकी सरगर्मी प्रदेश में अभी से नजर आ रही है। हाल ही में कांग्रेस ने उदयपुर में नव संकल्प चिंतन शिविर का आयोजन किया था। वहीं कल 19 मई से भाजपा जयपुर में एक उच्चस्तरीय बैठक करने जा रही है। इसमें भाजपा के कई कद्दावर नेता शामिल होंगे। इसकी तैयारियां चल रही हैं।
उधर, तीन दिन चले चिंतन शिविर में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने भाजपा पर दो हिंदुस्तान बनाने का भी आरोप लगा दिया। ऐसे में हमने बात की राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से। आइए जानते हैं... उन्होंने हमारे सवालों के क्या जवाब दिए?
जवाब: यह तो कांग्रेस 1947 में ही कर चुकी है, हमारे पर क्या आरोप लगाएगी? भारत अखंड था, लेकिन नेहरू और जिन्ना की सत्ता की भूख ने पाकिस्तान को जन्म दिया। यह कैसे और किस किस तरह किया गया सबको पता है। भाजपा का सिद्धांत वसुधैव कुटुंबकम का रहा है। हम जाति और धर्म के आधार पर भेद नहीं करते, बांटने का काम कांग्रेस का है हमारा नहीं। भाजपा पर यह आरोप लगाना कांग्रेस की बौखलाहट जाहिर करता है। राजस्थान में कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, हो सकता है उन्होंने गलती से हमारा नाम ले दिया हो। इस देश को वोट बैंक, जाति और धर्म के आधार पर बांटने का काम कांग्रेस ने ही किया है।
जवाब: हां, मैंने खबरों में देखा...भारत को जोड़ने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी देश का दौरा करेंगे। क्या 55 साल बाद कांग्रेस को इसकी सुध आई है? इसका मतलब है कि कांग्रेस ने कभी देश को नहीं जोड़ा। राहुल जी ने अपने भाषण में कहा, वह मेला देखने आएंगे और देखेंगे कि मेला क्या होता है? उनको आदिवासियों की संस्कृति और जीवनशाली के बारे में नहीं पता तो वह क्या इनका क्या उद्धार करेंगे?
जवाब: देश में 55 साल में जो बदलाव नहीं हुए वह मोदी जी के आने के बाद हुए हैं। आज आदिवासी क्षेत्रों में जाएंगे तो वहां शौचालय दिखेंगे। आदिवासी के घरों में लकड़ी का नहीं गैस का चूल्हा होगा। आज आदिवासियों के पास आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिला घर, अगर निर्धन है तो राशन योजना का भी लाभ मिल रहा है। किसी दूसरे राज्य में जाने पर अब राशन कार्ड पोर्ट भी होने लग गया है। अगर कोई आदिवासी भाई नौकरी के लिए बाहर जाता है तो उसे दूसरे राज्य में भी राशन मिलता है। 6000 रुपए साल के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भी मिलती है। यह सब योजनाएं नेहरू, इंदिरा, राजीव और मनमोहन जी की नहीं प्रधानमंत्री मोदी जी की देन हैं। मोदी जी की कैंपा योजना ने आदिवासियों के जंगल और जमीन को बचाया है। आदिवासियों की उपज को बाजर उपलब्ध करवाना के लिए ही पीएम मोदी ने 6000 करोड़ खर्च किए। इसलिए, जितना काम भाजपा ने किया है, उतनी किसी की सोच भी नहीं थी।
जवाब: अभी जिस तरह की योजनाए मैंने बताईं क्या यह कांग्रेस को लागू नहीं करनी चाहिए थीं। कांग्रेस को 55 साल सरकार में रहने मौका मिला और भाजपा को सिर्फ 13 साल। अगर इसका फर्क करेंगे तो सामने आएगा कि इतने कम साल में भी हमने कांग्रेस से ज्यादा काम किया है। सड़क योजना, किसान क्रेडिट कार्ड और भी बहुत सी योजनाएं अटल जी लेकर लाए थे। कांग्रेस और राहुल जी कुछ भी कहें, पर देश में की बुनियादी सुविधाओं और ढांचे में जो बदलाव आया है वह सब भाजपा कालखंड में ही आया है।
जवाब: कांग्रेस के इस आरोप में न तो दम है और न ही उसके पास कोई पास प्रमाण है। यह सिर्फ एक रिएक्शन है। इस देश में अगर अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार है तो बहुसंख्यक के हैं। मेवात में मॉब लिंचिंग होती है, कृष्ण वाल्मीकि और हरीश जटाव मारे जाते हैं क्या उनके कोई अधिकार नहीं हैं? यह सिर्फ कांग्रेस का सियासी नारा है, इसमे दम नहीं है।
जवाब: असली बात यही है। कांग्रेस भेद पैदा क्यों करती है? सभी के लिए अधिकार और संसाधन बराबर हैं तो र्दद हो या फिर दिवाली भेद क्यों किया जाता है? कांग्रेस ही भेद पैदा करती है और फिर भाजपा विरोध करती है।
जवाब: इस बात को जब भी राहुल गांधी कहते हैं तो हंसी आती है, इस देश में महगाई पर पिक्चर, नाटक, गाने, लोकगीत बने वो पूरा कालखंड कांग्रेस का था। देश में सांप्रदायिकता, अराजकता, महगाई का कोई कारण है तो वह कांग्रेस है। आप प्राइस इंडेक्स देखें तो समझ आ जाएगा कि हकीकत क्या है? कांग्रेस डीजल और पेट्रोल की बात करती है। इनकी सबसे ज्यादा कीमत राजस्थान में ही है, सरकार टैक्स कम करे तो कीमत अपने आप कम हो जाएगी। राजस्थान में 1500 पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं। भारत सरकार तो मनमोहन जी के समय के पेट्रोलियम बांड की लायबिलिटी चुका रही है।
जवाब: इसे प्रचारित किया जाता है। कांग्रेस में खुद दो विग्रह हैं, आलाकमान भी कमजोर है। कांग्रेस की राजस्थान और छत्तीसगढ़ सिर्फ दो राज्यों में सरकार है। राजस्थान में कांग्रेस को अपने ही उप मुख्यमंत्री को बर्खास्त करना पड़ा, राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया, आज भी फोन टेप किए जा रहे हैं। इन सब बातों को छिपाने के लिए कांग्रेस प्रचारित करती है कि भाजपा में विग्रह है। भाजपा का आलाकमान इतना मजबूत है कि वो सब देख सकता है, नेता की अपनी महात्वाकांक्षा होती है, पर मीडिया और सोशल मीडिया इसे अपने-अपने तरीके से देखता है। अगर, कोई बात होती भी है तो आलाकमान इतना सक्षम है कि वह उसका हल निकाल सकता है।
जवाब: राजस्थान आलाकमान की प्राथमिकता है। हमें गर्व है कि उन्होंने प्रदेश को को चुना। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने को लेकर हम संकल्पित हैं। ऐसे में आलाकमान का साथ मिलना हमारे के लिए और भी गर्व व खुशी की बात है।
जवाब: देखिए, पार्टी के नेता का कार्यकर्ता के प्रति स्नेह और कार्यकर्ता का नेता के प्रति सम्मान ही धरोहर है। मैं एक छोटे से किसान के घर पैदा हुआ, पर आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष हूं। यह चीज कांग्रेस में संभव नहीं है। क्या सोनिया गांधी से कार्यकर्ता मिल सकते हैं? कांग्रेस में नई लीडरशिप को आलाकमान से प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। भाजपा में सबको सम्मान मिलता है।