कांग्रेस विधायक मलिंगा के बाबा रामदेव पर आपत्तिजनक बोल

Update: 2023-02-14 17:26 GMT

जयपुर।कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने योग गुरू बाबा रामदेव के लिए मंगलवार   को विधानसभा में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि एक वो पौने दो आंख वाला बाबा था, जो 30 रुपए में पेट्रोल-डीजल बेचने का दावा करता था. अब उस बाबा का पता नहीं है कहां गया? खुद की आंख का इलाज नहीं हुआ और पूरी जनता को बेवकूफ बना रहा है कि आप ऐसे योग करो, ऐसे पेट फुलाओ, यह करो. ऐसे काम कर रहे हैं. बीजेपी वालों ने ऐसे लोगों का पूरा जाल बिछा रखा है. कभी ये कोई बाबा को ले आएंगे. कोई ड्रामा करेगा. कोई गाय और कोई भगवान को राजनीति में ले आएगा.

धौलपुर के बाड़ी से विधायक मलिंगा ने मंगलवार को विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान बीजेपी पर निशाना साधते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि 'क्या आप ही भगवान के भक्त हैं, और कोई नहीं है. आपने भगवान को खरीद रखा है क्या, केवल आप ही पूजा-पाठ करते हैं क्या? पूजा-पाठ हम भी करते हैं. आपके दल में रहेगा तो वह हिंदू और दूसरे दल में है तो मुस्लिम हो जाएगा. दूसरी पार्टी वाला हिंदू नहीं है क्या? बीजेपी ने क्या भगवान और हिंदू का ठेका ले रखा है? आपने कोई टेंडर ले रखा है क्या, भाजपा में रहेगा वही हिंदू है. आपसे सर्टिफिकेट लेने की जरूरत है क्या?'

इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान विधायकों के सवालों पर कई मंत्री घिर गए. सदन में गर्मागर्मी रही. मंत्री रामलाल जाट ने सवाल के जवाब के दौरान बीजेपी विधायक अभिनेश महर्षि को कांग्रेस जॉइन करने का ऑफर दे दिया. इस पर महर्षि ने कड़ी आपत्ति जताई. नई तहसील बनाने से जुड़े सवाल पर राजस्व मंत्री रामलाल जाट के जवाब पर भाजपा विधायक अभिनेश महर्षि ने आपत्ति जताई. राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि इनके क्षेत्र चूरू (churu) की उप तहसील राजलदेसर को तहसील में क्रमोन्नत करने की घोषणा की है, इसे पूरा किया जा रहा है. अप्रैल से घोषणाएं लागू होंगी. विधायक को शंका है तो पुराना रिकॉर्ड देख लीजिए. मंत्री जाट ने महर्षि से कहा कि आपको तो वापस कांग्रेस में आकर जीतकर आना चाहिए. मंत्री के जवाब पर रतनगढ़ (चूरू (churu)) से बीजेपी विधायक महर्षि ने पलटवार करते हुए कहा कि मुझे कहां रहना है, इस बात की चिंता आप मत कीजिए. मैं बीजेपी में रहूंगा और कांग्रेस के छक्के छुड़ाऊंगा. सभापति ने मंत्री के जवाब के बाद महर्षि को आगे बोलने की अनुमति नहीं दी.

उदयपुर (Udaipur) में पर्यटन विकास कोष से महाराणा प्रताप से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों के विकास की धीमी गति पर उदयपुर (Udaipur) के मावली से बीजेपी विधायक धर्मनारायण जोशी ने सवाल उठाए. पर्यटन मंत्री विश्वेंद सिंह ने कहा कि 2021-22 के बजट में पर्यटन विकास कोष में 500 करोड़ रुपए के प्रावधान की घोषणा की गई थी, जिसे 2022-23 के बजट में बढ़ाते हुए 1000 करोड़ करने की घोषणा की गई है. धर्मनारायण जोशी ने कहा कि जवाब में जो आंकड़े बताए हैं, उससे साफ है कि काम की गति बहुत लचर है, गुमराह करने वाला जवाब दिया है, ऐसे अफसरों पर कार्रवाई हो. मंत्री विश्वेंद्र ने कहा कि गुमराह कौन किसको कर रहा है, यह तो आप एमएलए साहब मेरे घर पधारिए. चाय पर या डिनर पर आइए, आप बता देना, जिसकी गलती होगी उसे आपके सामने सजा दूंगा. डिनर ऑफर कर रहा हूं, केवल खाना नहीं, राजेंद्र राठौड़ वाला डिनर. इस पर सभापति राजेंद्र पारीक ने दखल देते हुए कहा कि विधायक ने देरी का कारण पूछा है? मंत्री ने कहा कि दो साल कोविड में खराब हो गए. पहले यह काम देवस्थान विभाग के पास था, अब यह काम पीडब्ल्यूडी और यूडीएच के पास है. दोनों ही विभाग मेरे पास नहीं हैं. इस पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि डिनर-लंच से काम नहीं चलेगा, सवाल का जवाब दीजिए, मंत्रिमंडल की सामूहिक जिम्मेदारी होती है, आपके पास विभाग नहीं होने का क्या तुक है. इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि क्या उत्तर चाहते हो, आप जैसा चाहें वैसा जवाब दे देता हूं.

लाडपुरा (कोटा (kota)) से भाजपा विधायक कल्पना देवी ने कोटा (kota) के केवल नगर और लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में वन भूमि की जमीन पर बसे लोगों को हो रही दिक्कतों पर सवाल उठाया. वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि फोरेस्ट की जमीन को आवासीय उपयोग के लिए कन्वर्ट नहीं किया जा सकता. नई गाइडलाइन में साफ लिखा है कि वन विभाग की जमीन की आवासीय काम में कन्वर्जन की अनुमति नहीं दी जा सकती. कोटा (kota) के केवल नगर सहित कई इलाकों में वन भूमि पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है. मंत्री के जवाब पर सवाल उठाते हुए कल्पना देवी ने कहा कि आजादी से पहले लोग इस जगह पर रह रहे हैं, ये अतिक्रमण करने वाले कैसे हो गए? यहां कारखाने लगे हुए हैं, लोग रह रहे हैं. वन मंत्री ने कहा कि जमीन वन विभाग के नाम है, वन विभाग की जमीन पर कोई है तो उसे हम अतिक्रमण करने वाला ही मानेंगे. कल्पना देवी ने कहा कि इस इलाके में एक साल पहले तक पीएम आवास बन रहे थे. जब यह वन क्षेत्र था तो साल भर पहले तक पीएम आवास योजना के घर बनाने की मंजूरी कैसे दे रहे थे और अब साल भर से बंद क्यों कर दिया? गांव पहले बसा हुआ था, वन विभाग तो बाद में आया है. सभापति ने इस मामले में दखल देते हुए कहा कि मंत्री ने साफ जवाब दे दिया है कि वन भूमि को आवासीय में कन्वर्ट करने का प्रावधान नहीं है, इसके बाद क्या रह जाता है?

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