कांग्रेस नेता राहुल गांधी बड़ी जनसभा करेंगे

Update: 2023-08-10 04:59 GMT

राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी बुधवार को बड़ी जनसभा करेंगे। इस विशाल जनसभा में करीब दो लाख लोगों के आने की आसार है। जिसमें सर्वाधिक लोग आदिवासी समाज के रहेंगे। राहुल गांधी और अशोक गहलोत तीर-कमान चलाकर और आदिवासी नृत्य में शामिल होकर खुशियों को सेलिब्रेट करेंगे। विधानसभा चुनाव के लिए जरूरी है आदिवासी बाहूल्य इलाका, क्योंकि आदिवासियों के चार जिलों की 19 सीटों पर मौजूदा समय में नौ बीजपी, सात कांग्रेस, दो बीटीपी, और एक निर्दलीय विधायक है। जिन्हें साधने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी विश्व आदिवासी दिवस पर बड़ा राजनीतिक मैसेज चुनावी राज्य राजस्थान में देने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। पीसीसी चीफ डोटासरा, प्रभारी रंधावा, तीनों सह प्राभारी, गहलोत गवर्नमेंट में मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, अर्जुन बामनिया, विधायक गणेश घोघरा समेत कई नेता, ज़िलाध्यक्ष, प्रभारी राहुल गांधी और मुख्यमंत्री गहलोत की जनसभा को आखिरी रूप देने में जुटे हुए हैं।

राहुल गांधी का बांसवाड़ा से बेणेश्वर धाम का यह दौरा कोई अचानक नहीं बना है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी की जीत की रणनीति का एक बड़ा हिस्सा है। क्योंकि आदिवासी बाहुल्य 4 जिलों की 19 विधानसभा सीटों में से 16 सीटें अनुसूचित जन जाति यानी एसटी के लिए रिजर्व हैं। राजस्थान में एसटी रिजर्व कुल 25 सीटें हैं, उनमें से 16 सीटें सिर्फ़ इन 4 जिलों में हैं। जो दक्षिणी राजस्थान के वागड़ में आते हैं। शायद यही वह कारण था कि पीएम मोदी की भी मानगढ़ धाम में ही पिछले दिनों भाजपा ने जनसभा करवाई थी।

वोट बैंक को साधने की कोशिश

मानगढ़ से लगते आदिवासी बाहुल्य 4 ज़िलों में 19 सीटों पर 9 विधायक भाजपा के हैं। जबकि 7 कांग्रेस, 2 बीटीपी, 1 निर्दलीय विधायक जीतकर आए। क्योंकि मौजूदा समय में यहां भाजपा मजबूत स्थिति में है और कांग्रेस पार्टी का परंपरागत आदिवासी वोट बैंक पिछले दिनों पार्टी से छिटककर भाजपा के पाले में गया है और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) में भी गया है। इसलिए उस वोट बैंक को वापस कांग्रेस पार्टी के पक्ष में साधने के लिए आदिवासी बाहुल्य सीटों पर कांग्रेस पार्टी पार्टी फोकस करके चल रही है।

बांसवाड़ा में राजनीतिक समीकरण- 5 सीटों में से 2 कांग्रेस, 2 भाजपा और 1 निर्दलीय विधायक

बांसवाड़ा के बागीदौरा (अजजा) से कांग्रेस पार्टी के महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, बांसवाड़ा (अजजा) से कांग्रेस पार्टी के अर्जुन सिंह बामनिया, गढ़ी (अजजा)से बीजेपी के कैलाशचन्द्र मीणा, घाटोल (अजजा) से भाजपा के हरेन्द्र निनामा और कुशलगढ़ (अजजा) से निर्दलीय रमीला खड़िया विधायक हैं। कुल 5 सीटों में से 2 कांग्रेस, 2 भाजपा और 1 निर्दलीय विधायक है।

डूंगरपुर की चार सीटों में से दो पर बीटीपी, 1-1 सीट पर कांग्रेस पार्टी और बीजेपी

डूंगरपुर की आसपुर (अजजा) सीट पर भाजपा के गोपीचंद मीणा, चौरासी (अजजा) से बीटीपी के राजकुमार रोत, सागवाड़ा (अजजा) से बीटीपी के रामप्रसाद, डूंगरपुर (अजजा) से कांग्रेस पार्टी के गणेश घोघरा विधायक हैं। कुल 4 में से 2 सीटों पर बीटीपी के और 1-1 सीट पर कांग्रेस पार्टी और भाजपा के विधायक हैं।

प्रतापगढ़ में कांग्रेस पार्टी के दो विधायक

प्रतापगढ़ के धरियावद (अजजा) से कांग्रेस पार्टी के नगराज मीणा, प्रतापगढ़ (अजजा) से कांग्रेस पार्टी के रामलाल मीणा विधायक हैं। जिले में दोनों विधायक कांग्रेसी हैं।

उदयपुर में 8 में से 6 बीजेपी विधायक, 2 कांग्रेसी

उदयपुर के गोगुन्दा (अजजा) से बीजेपी के प्रताप लाल भील (गमेती), झाडोल (अजजा) से बीजेपी के बाबु लाल, मावलीसे बीजेपी के धर्मनारायण जोशी, सलूम्बर (अजजा) से बीजेपी के अमृतलाल मीणा,उदयपुर ग्रामीण (अजजा) से बीजेपी के फूल सिंह मीणा विधायक हैं। उदयपुर सीट अभी वेकेंट चल रही है। यहां से पूर्व विधायक गुलाबचंद कटारिया चुने गए थे। जो अब असम के गवर्नर हैं। जबकि खैरवाड़ा (अजजा) से कांग्रेस पार्टी के दयाराम परमार, वल्लभनगर से कांग्रेस पार्टी की प्रीति गजेन्द्र सिंह शक्तावत विधायक हैं। कुल 8 में से 6 बीजेपी और 2 ही विधायक कांग्रेस पार्टी से चुने गए थे।

कांग्रेस मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के आदिवासियों को भी देगी राजनीतिक मैसेज

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जोड़ी आदिवासियों के तीर्थ मानगढ़ धाम से बड़ा राजनीतिक मैसेज राजस्थान के साथ ही पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और देशभर के आदिवासियों को देने की प्रयास करेगी। क्योंकि राजस्थान,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। अगले वर्ष ही लोकसभा आम चुनाव हैं। पड़ोसी राज्य गुजरात और मध्य प्रदेश की सीमा भी राजस्थान के साथ मानगढ़ धाम से लगती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने पिछले दिनों बोला था कि पीएम मोदी पिछली बार दौरे पर मानगढ़ धाम आए, तो यहां के लोगों को आशा थी कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा मिलेगा, लेकिन वह ऐसी कोई घोषणा करके नहीं गए, इससे जनता को निराशा हाथ लगी। ऐसे में राज्य गवर्नमेंट अपने स्तर पर मानगढ़ धाम के विकास के लिए बड़ी सौगात राहुल गांधी की सभा के दौरान दे सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसकी घोषणा कर सकते हैं।

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