विधानसभा टिकट वितरण तैयारी को अंतिम रूप दे रही कांग्रेस, 200 सीटों पर 1500 ने की दावेदारी
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी में टिकट दावेदारी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद अब जिला कांग्रेस कमेटी स्तर पर जारी है। अब तक 200 विधानसभा सीटों पर 1500 से ज्यादा टिकट दावेदार सामने आ चुके हैं। कद्दावर चेहरे गहलोत, डोटासरा, डूडी, हरीश चौधरी के सामने कांग्रेस के अन्य दावेदार नहीं हैं।अब तक मिले आवेदनों के मुताबिक जयपुर के चौमूं में सबसे ज़्यादा 109 नेता कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। शुक्रवार को जोधपुर जिला कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में मंत्री रामलाल जाट और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत मौजूद रहे। बैठक में सीएम गहलोत की परम्परागत सीट सरदारपुरा के अलावा जोधपुर शहर और सूरसागर से टिकट दावेदारों पर मंथन हुआ। बैठक के बाद मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि सभी टिकट दावेदारों और नेताओं में एक लाइन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का प्रस्ताव पास किया है। जिसे सीएम गहलोत उम्मीदवार बनाएंगे, सभी उस कैंडेडेट के साथ रहेंगे और मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इससे जोधपुर में सीएम गहलोत की पकड़ और उनकी पैठ का पता चलता है।
गहलोत, डोटासरा, डूडी, हरीश चौधरी के सामने नहीं दावेदार
जोधपुर में सरदारपुरा सीट से सीएम गहलोत ही कैंडिडेट रहेंगे। क्योंकि उनके सामने कोई टिकट मांगने नहीं आया है। सीकर के लक्ष्मणगढ़ से पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और बीकानेर की नोखा सीट पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के सामने किसी ने टिकट नहीं मांगा है। लक्ष्मणगढ़ से डोटासरा और नोखा से डूडी ने फिर टिकट दावेदारी की है। डोटासरा पिछले 3 बार से लगातार विधायक हैं। लेकिन डूडी पिछली बार नोखा सीट से चुनाव हार गए थे। बिहारीलाल विश्नोई ने बीजेपी का झंडा गाड़ दिया था।
पायलट की सीट पर 18 नेताओं ने मांगे टिकट
पूर्व डिप्टी सीएम और सीडब्ल्यूसी सदस्य सचिन पायलट की सीट टोंक से अब तक 18 नेता टिकट के लिए दावेदारी जता चुके हैं। सचिन पायलट ने हाल ही में टोंक में बड़ी जनसभा की थी। इसके बाद उन्होंने मसूदा में भी सभा की। यह चर्चाएं चल रही थीं कि पायलट मसूदा या नसीराबाद गुर्जर बाहुल्य सीटों से भी अबकी बार चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने अभी वहां से दावेदारी नहीं जताई है।
धारीवाल ने खुद के और बेटे के लिए मांगा टिकट
प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री और नगरीय विकास और आवासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने कोटा उत्तर सीट से खुदके लिए तो टिकट मांगा ही है। साथ ही साथ अपनी 80 साल की उम्र को देखते हुए उन्होंने अपने पुत्र अमित धारीवाल के नाम पर भी टिकट मांगते हुए आवेदन करवाया है। मंगलवार को कोटा उत्तर विधानसभा के प्रभारी वीरेंद्र सिंह झाला कोटा पहुंचे। निजी रिसोर्ट में कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक में कार्यकर्ताओं ने कोटा उत्तर से प्रत्याशी के लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल व उनके पुत्र अमित धारीवाल के नाम पर सहमति जताई। कोटा उत्तर सीट पर दोनों ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और अमित धारीवाल के नाम पर सहमति के साथ प्रभारी को प्रस्ताव दिया है। मंत्री शांति धारीवाल का प्रस्ताव वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. जफर मोहम्मद ने प्रभारी को सौंपा। बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों ने पूरी सहमति के साथ पीसीसी महासचिव अमित धारीवाल को प्रत्याशी बनाए जाने का प्रस्ताव दिया।
सीएम ओएसडी लोकेश शर्मा ने कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला की सीट पर मांगा टिकट
चौंकाने वाली बात यह भी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने काबीना मंत्री और प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला की सीट बीकानेर पश्चिम पर टिकट का दावा ठोक दिया है। लोकेश शर्मा ने बीकानेर की दोनों विधानसभा सीटों- पूर्व और पश्चिम से टिकट के लिए आवेदन किया है। इन दोनों सीटों पर 56 आवेदन मिल चुके हैं। गोपाल गहलोत और गुलाम मुस्तफा ने भी दोनों सीटों पर आवेदन किया है। मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने अपनी मौजूदा सीट बीकानेर पश्चिम से ही आवेदन किया है। लेकिन बीकानेर पश्चिम सीट के लिए उनके समेत 18 दावेदार हैं। जबकि बीकानेर पूर्व में 38 दावेदार उम्मीदवारी जता रहे हैं।
200 सीटों पर 1500 नेताओं ने जताई टिकट दावेदारी
राजस्थान में कुल 400 ब्लॉक कांग्रेस कमेटियां हैं। सभी 200 विधानसभा सीटों पर दावेदारों से 4 पेज के तय परफॉर्मा में टिकट के लिए दावेदारी के आवेदन किए हैं। जिनमें 1500 दावेदारी आई हैं।
राजधानी जयपुर में 150 नेता मांग रहे टिकट
जयपुर शहर की 8 विधानसभा सीटों पर 150 नेताओं ने टिकट की दावेदारी जताई है। सबसे ज्यादा आवेदन बगरू सीट से 43 मिले हैं। जबकि सिविल लाइंस सीट से 4 नेताओं ने आवेदन किए हैं। सांगानेर से 25, मालवीय नगर से 25, किशनपोल से 12, हवामहल से 18, आदर्शनगर से 6 और विधाधर नगर से 17 नेता टिकट मांग रहे हैं।
जयपुर की 8 विधानसभा सीटों पर टिकट मांग रहे प्रमुख दावेदार
-सिविल लाइंस विधानसभा
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, ओम राजोरिया, राजकुमार शर्मा और राजेश कर्नल।
-आदर्श नगर विधानसभा
विधायक रफीक खान, पार्षद उम्रदराज, जाकिर गुडएज और इमरान कुरैशी।
-सांगानेर विधानसभा
पूर्व प्रत्याशी पुष्पेन्द्र भारद्वाज, बिरधीचंद शर्मा, दिव्या गुर्जर, सीताराम शर्मा नेहरु, विष्णु लाटा, विभूतिभूषण शर्मा और धर्म सिंह सिंघानिया।
-हवामहल विधानसभा
मंत्री महेश जोशी, मंत्री पुत्र रोहित जोशी, सुनील शर्मा, बृजकिशोर शर्मा, ज्योति खंडेलवाल, पौरुष भारद्वाज, गिरीश पारीक, रुबी खान, अनवर अहमद, आलोक पारिक और कविता मिश्रा।
-किशनपोल विधानसभा
विधायक अमीन कागजी, आयशा सिद्दकी, पू्र्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, राजू खान और इकबाल खान।
-विद्याधर नगर
पूर्व प्रत्याशी सीताराम अग्रवाल, मंजू शर्मा, सुशील पारीक, शशि गुप्ता, हरेन्द्र जादौन, महेन्द्र सिंह खेड़ी, सत्येन्द्र राघव और प्रदीप तिवाड़ी।
-मालवीय नगर
पू्र्व प्रत्याशी अर्चना शर्मा, राजसिको चेयरमैन राजीव अरोड़ा, संजय बाफना, महेश शर्मा, पवन गोयल, गिरीश पारीक, कमल शर्मा, विचार व्यास, सुशील शर्मा, संगीता गर्ग, विमल यादव, रोमा जैन।
-बगरु विधानसभा
विधायक गंगा देवी, तारा बेनीवाल, लीलावती वर्मा, सत्यवीर अलोरिया और दीपक डंडोरिया।
27 अगस्त तक आवेदन लिए जाएंगे, फिर स्क्रीनिंग कमेटी को पैनल सौंपेगी पीसीसी
27 अगस्त तक जिला कांग्रेस कमेटी के लेवल पर आवेदन लिए जाएंगे, फिर जिलेवार प्रदेश इलेक्शन कमेटी मेम्बर्स के साथ चर्चा कर प्रत्याशियों के नामों का पैनल तैयार किया जाएगा। पीईसी की ओर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी को पैनल सौंपा जाएगा। फिर पैनलों को प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष पेश किया जाएगा। इसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी 3-3 नामों का फाइनल पैनल तैयार करेगी।
कांग्रेस हाईकमान ही तय करेगी टिकट वितरण
लेकिन सूत्र बताते हैं कुछ सीटों पर सिंगल नाम का पैनल भी जा सकता है। इसके साथ ही 3-3 सर्वे रिपोर्ट के आधार पर भी फाइनल टिकट का चयन होगा। इसके बाद अंतिम निर्णय दिल्ली से कांग्रेस हाईकमान ही करेगी।