डूंगरपुर में गांधी दर्शन, आदिवासी कल्याण और कौमी एकता पर सम्मेलन 29 को

Update: 2024-02-27 09:41 GMT

डूंगरपुर। डूंगरपुर में 29 फरवरी को महात्मा गांधी के जीवन दर्शन, आदिवासी कल्याण में सर्व समाज की भूमिका और कौमी एकता पर चिंतन करने के लिए गांधीवादी चिंतक और प्रबुद्धजन जुटेंगे। कार्यक्रम में डूंगरपुर सहित बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ व जनजाति बाहुल्य अन्य जिलों से लगभग 750 प्रतिभागी शामिल होंगे। जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने मंगलवार को गांधी दर्शन एवं आदिवासी कल्याण में सर्व समाज की भूमिका व कौमी एकता सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। कार्यक्रम की रूपरेखा, भोजन, पेयजल, टेंट, आवास, आवागमन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रमाण पत्र, सुरक्षा, पार्किंग सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस दौरान जिला कलक्टर ने विभागवार जिम्मेदारियां भी सौंपी। कार्यक्रम का नोडल अधिकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश चौधरी को बनाया गया है। कार्यक्रम 29 फरवरी को शहर के विजयाराजे सिंधिया ऑडिटोरियम में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक आयोजित होगा। बैठक के बाद जिला कलक्टर ने ऑडिटोरियम पहुंचकर कार्यक्रम के लिए आवश्यक संसाधनों, बैठक व्यवस्था, प्रतिभागियों के पंजीयन, मंच, अतिथियों के आवास सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर कुलराज मीणा, जिला परिषद सीईओ मुकेश चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन चारण, उपखण्ड अधिकारी डूंगरपुर नीरज मिश्र, जिला रसद अधिकारी विपिन जैन, संयुक्त निदेशक डीओआईटी सुनील डामोर, पीडब्ल्यूडी एसई धर्मेंद्र पायल, नगर परिषद आयुक्त प्रभुलाल भापोर सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

इन मुद्दों पर होगा चिंतन
केन्द्र और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं, भारत का संविधान और आदिवासी कल्याण के लिए संवैधानिक प्रावधान, आदिवासी कल्याण के लिए कार्यरत गैर सरकारी संगठन, आदिवासी कल्याण के लिए सर्व समाज की भूमिका, आदिवासी महिला कल्याण, भारत का स्वतंत्रता आंदोलन, राजस्थान के इतिहास में आदिवासी समाज का योगदान, आदिवासी उत्थान के साधन जैसे विषयों पर विभिन्न सत्रों में वक्ता अपने विचार रखेंगे। वहीं, कौमी एकता सम्मेलन में अहिंसा पर विभिन्न धर्मों के विचार और मान्यता, कौमी एकता-वर्तमान में प्रा


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