रक्षाबंधन पर आसमां में झूमी रंग-बिरंगी पतंगें, वो काटा का मचा शोर

Update: 2023-08-31 11:08 GMT
करौली। करौली रक्षाबंधन के अवसर पर जिला मुख्यालय सहित विभिन्न स्थानों पर खूब पतंगबाजी हुई। इसके चलते आसमां में रंग-बिरंगी पतंगें नजर आईं। हालांकि इस बार दिन के समय धूप में तेजी होने से पतंग उड़ाने में परेशानी हुई और दिन में कम पतंग उड़ी, जबकि शाम होते ही आसमां पतंगों से अट गया। इससे पहले सुबह से ही बच्चे-युवक पतंग, डोर और मांजा लेकर छतों पर जा चढ़े। हवा ने भी पतंगबाजों का खूब साथ दिया। इससे पतंगबाजी के शौकीन खुश दिखे। पतंग उड़ाने के अनुकूल मौसम के कारण पतंगप्रेमियों के चेहरे खिले दिखे। हालांकि दोपहर में धूप में तेजी के चलते कम ही पतंग उड़ी, लेकिन शाम को आसमां रंग-बिरंगी पतंगों से अटा नजर आया।
शाम को शहर में बाजार भी जल्द ही बंद हो गए और लोगों ने घर पहुंचकर पतंगबाजी का आनन्द लिया। इस दौरान घरों की छतें आबाद रहीं और जब भी कोई पतंग कटती तो वो काटा वो मारा का शोर गूंजता रहा। युवाओं ने छतों पर डेक, मोबाइल से स्पीकर आदि लगाकर गीतों के साथ पतंगबाजी का आनन्द लिया। इधर शहर के विभिन्न स्थानों पर सजी पतंग की दुकानों पर रक्षाबंधन पर भी पतंग, मांजा खरीदने को भीड़ लगी रही। गौरतलब है कि एक दिन भी पतंग की दुकानों पर युवा-बच्चों की भीड़ रही थी। गौरतलब है कि करौली में रियासत काल से रक्षाबंधन-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पतंग उड़ाने की परम्परा है। बच्चे-युवा भोर होते ही छतों पर जा चढ़े और पतंग उड़ाने लगे।
टोडाभीम रक्षाबंधन पर्व पर कस्बे में पतंगबाजी परवान पर रही। सुबह से ही पतंग उड़ाने का सिलसिला शुरू हो गया जो देर शाम तक चला। दिनभर घरों की छतो पर पतंग उड़ाने वालो का जमावड़ा लगा रहा और वो काटा वो मारा का शोर मचता रहा। रक्षाबंधन पर्व पर पतंग उड़ाने की परम्परा के चलते युवक और बच्चे पतंग-डोर और मांझा लेकर छतों पर जा पहुंचे। इस दौरान युवकों ने घरों की छतों पर डीजे आदि लगाकर सावन के गीत और फिल्मी गीतों के स्वरों के बीच पतंग उड़ाई। जब भी कोई पतंग कटती तो युवक वो काटा वो मारा का शोर मचाने लगते। शाम होते होते तो घरों की छतों पर पतंगप्रेमियों की भीड़ लग गई। हालांकि दोपहर में पतंगबाजी का दौर कुछ कम हुआ, लेकिन शाम को छतें आबाद रहीं।
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