सीएमएचओ टेंडर घोटाले की जांच 5 महीने से अटकी हुई

Update: 2023-05-17 08:41 GMT

जोधपुर न्यूज: सीएमएचओ कार्यालय में किराए के वाहनों के लिए हुए टेंडर में घोटाले की जांच पांच माह बाद भी अटकी पड़ी है। मामले की जांच के लिए गठित कमेटी अब तक कुछ नहीं कर पाई है और अब शिकायतकर्ता को ही पत्र लिखकर ठोस साक्ष्य सबूत मांगे जा रहे हैं। जबकि शिकायतकर्ता का कहना है कि कमेटी गठित करने के बाद भी संयुक्त निदेशक पत्र लिखकर हम से सबूत मांगे जा रहे हैं, लेकिन सारे कागज तो उनके ऑफिस में ही सुरक्षित हैं, तब हम सबूत कहां से लेकर आए।

यह घोटाला पिछले साल दिसंबर में सामने आया था। तब किराए के वाहनों के लिए सिंगल टेंडर ही होने के बावजूद उसी फर्म को कार्यादेश जारी कर दिया गया था। जबकि सिंगल टेंडर केवल आपात स्थिति में ही लिया जाता है।

इस घोटाले को लेकर भास्कर ने 2 दिसंबर 2022 को खबर प्रकाशित की। जिस पर संयुक्त निदेशक ने 13 दिसंबर को तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया। जिसमें वरिष्ठ लेखाधिकारी राजेंद्र पूनिया, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल सिंह भाटी और सहायक लेखाधिकारी-द्वितीय कविता रांकावत को शामिल किया था, लेकिन यह कमेटी अब तक जांच नहीं कर पाई है।

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