जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेवाड़ की 28 विधानसभा सीटों पर फोकस कर रहे हैं, वहीं से केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह चुनावी शंखनाद करने वाले हैं। अमित शाह 30 जून को उदयपुर में आठ विधानसभा क्षेत्र में बूथ लेवल तक के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन और आमजन को संबोधित करेंगे। दरअसल पिछले चुनावों में कांग्रेस को मेवाड़ की 28 सीटों में से चार-पांच सीटें ही मिली थी। भाजपा यहां अपना गढ़ बचाना चाहती है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर भाजपा जिला संगठन ने पूरी ताकत झोंक दी है। अलग अलग काम के लिए कमेटियों का गठन कर दिया है। गांधी ग्राउंड में होने वाली इस सभा से भाजपा चुनावी शंखनाद करने वाली है। पिछले चुनावों की तैयारी देखी जाए तो भाजपा के नेता अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उपराष्ट्रपति और भाजपा के अध्यक्ष रहे वैंकया नायडू की यहां बड़ी सभाएं हो चुकी है। इसका भाजपा को फायदा भी मिला है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बार अन्य संभागों में होने वाले नुकसान की भरपाई मेवाड़ से करना चाहते हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री लगातार मेवाड़ के दौरे कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में ही सीएम गहलोत 15 दौरे कर चुके हैं, इसमें वे उदयपुर जरूर गए हैं क्योंकि उदयपुर से ही मेवाड़ की बाकी सीटों पर असर होता है। इससे पहले यह माना जाता रहा है कि मेवाड़ से जिस पार्टी को बहुमत मिलता है वो सत्ता में आती है, लेकिन पिछले चुनावों में यह भ्रम टूट गया था। कांग्रेस को जयपुर, भरतपुर संभागों में ज्यादा फायदा मिला था।
भाजपा भी अब मेवाड़ को फोकस कर रही है। हालही नियुक्ति किए गए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी आरएसएस के चित्तौड़गढ़ प्रांत से ही सांसद हैं। चित्तौड़गढ़ संसदीय क्षेत्र की आधा क्षेत्र उदयपुर जिले का हिस्सा है। यही वजह है कि इस बार दोनों ही राजनीतिक दलों का मेवाड़ की 28 सीटों पर फोकस बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मानगढ़ धाम में बड़ी सभा कर चुके हैं।