राजस्थान: राजस्थान में चुनावी रणभेरी बजने के साथ ही अब सियासत असली रंग दिखाने लगी है. टिकटों की दावेदारी में नजदीकी ही धुर विरोधी बनकर मैदान में ताल ठौंकते नजर आ रहे हैं. जयपुर शहर की सीटों पर गदर मचता दिखता दिख रहा है. मुख्यमंत्री गहलोत के नजदीकी मंत्री महेश जोशी की इस बार हवामहल की बादशाहत को चुनौती देने के लिए कई योद्धा मैदान में दावा ठोकते नजर आ रहे हैं. पूर्व मंत्री बृजकिशोर शर्मा से लेकर पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल तक ने अपनी दावेदारी पेश की है. यहां तक कि जोशी के बेटे रोहित ने भी पिता की सीट पर टिकट की दावेदारी कर सबकों चौंका दिया है.
महेश जोशी के सामने सबसे बड़ी चुनौती बृजकिशोर शर्मा की है. 2008 से 2013 तक बृजकिशोर इस सीट से विधायक थे और तत्कालीन गहलोत सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर है. 2013 का चुनाव बृजकिशोर शर्मा हार गए, तो 2014 में महेश जोशी की लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी हार हुई थी. 2018 में बृजकिशोर का टिकट कट गया, बाजी महेश जोशी के हाथ लगी और वो चुनाव जीत गए. इस रेस में ज्योति खंडेलवाल भी कहीं पीछे नहीं हैं. वो जयपुर की महापौर रह चुकी हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव में जयपुर शहर की सांसद प्रत्याशी थी.
ज्योति खंडेलवाल ने 3 सीट से की दावेदारी
ज्योति खंडेलवाल ने एक नहीं बल्कि तीन सीटों से दावेदारी जताई है. हवामहल के साथ किशनपोल और आदर्श नगर से भी ज्येाति खंडेलवाल ने टिकट मांगा है, तो राहुल गांधी के साथ पूरी भारत जोड़ो यात्रा में साथ चली रूबी खान का भी दावा कमजोर नहीं है. ये नेता एक दूसरे पर खुद को भारी करार दे रहे हैं, तो अपने ही साथियों को अब मैदान छोड़ने की साफ-साफ नसीहत भी दे रहे हैं. जिन नेताओं ने अंगुली पकड़कर जिन्हें सियासत का ककहरा सिखाया, वो अब टिकट के दावे में नेताजी से आगे निकलते दिख रहे हैं. कौन कब किसकी टिकट हथिया ले, सियासत में भला कौन जानता है.
राजधानी जयपुर की आठ विधानसभा सीटों पर 146 दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की है. बगरू में सर्वाधिक 43 आवेदन आए हैं. इसके अलावा सांगानेर में 25, सिविल लाइंस में 4, किशनपोल में 12, हवामहल में 18, मालवीय नगर में 25, आदर्श नगर में 6 और विद्याधर नगर में 17 नेताओं ने चुनाव लड़ने का दावा पेश किया है.
हवामहल से 18 नेताओं ने दावा किया. महेश जोशी, ब्रजकिशोर शर्मा, ज्योति खंडेलवाल, सुनील शर्मा, रोहित जोशी, रूबी खान, कविता मिश्रा, अनवर अहमद, पौरुष भारद्वाज
सिविल लाइन विधानसभा विधानसभा से सिर्फ 4 आवेदन आए- प्रताप सिंह खाचरियावास, राजकुमार शर्मा, राजेश कर्नल, ओम राजोरिया
किशनपोल विधानसभा में 12 आवेदन आए- अमीन कागजी, आयशा सिद्दीकी, ज्योति खंडेलवाल, इकबाल खान, युसूफ अली टाक, राजू खान
मालवीय नगर विधानसभा विधानसभा से 25 आवदेन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को मिले, जिनमें अर्चना शर्मा, राजीव अरोड़ा, महेश शर्मा, पवन गोयल, संजय बापना, कमल शर्मा, सुशील शर्मा ,संगीता गर्ग, और विचार व्यास का नाम शामिल है.
बगरू विधानसभा में 43 नेताओं ने दावा किया. विधायक गंगा देवी, यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यवीर अलोरिया, लीलावती वर्मा ,तारा बेनीवाल, राजेश जाजोरिया, आशा सिंह वाडिया, रुक्मणी सोयल, दीपक डंडोरिया के नाम शामिल
विद्याधर नगर विधानसभा के लिए के कुल 17 आवेदन आए. सीताराम अग्रवाल, मंजू शर्मा , सुशील पारीक, शशि गुप्ता , हरेंद्रसिंह जादौन, प्रदीप तिवाड़ी ने चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश की
सांगानेर विधानसभा विधानसभा से 25 आवेदन किए गए. पुष्पेंद्र भारद्वाज, सीताराम शर्मा नेहरू, विष्णु लाटा, रामेश्वर नेता, विभूतिभूषण, पप्पू लाल प्रजापति, धर्म सिंह सिंघानिया का नाम है
आदर्श नगर विधानसभा विधानसभा के लिए 6 आवेदन आए. विधायक रफीक खान , जाकिर गुडएज, इमरान कुरेशी, उमरदराज ने ब्लॉक लेवल पर टिकट की दावेदारी.
कांग्रेस के विधायकों ने उम्मीद जताई है कि दावेदार ज्यादा होने से नेताओं में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. आलाकमान के पास अच्छे को चुनने का विकल्प होगा. मगर नेता टिकट हासिल करने के लिए लगातार चुनाव हार रहे नेताओं को भी निशाना बनाकर अपनी दावेदारी को पुख्ता करने की जुगत में है. राजीव अरोड़ा लगातार दो चुनाव हार चुकीं, अर्चना शर्मा पर भी निशाना साधने से नहीं चूके.