उदयपुर में बरसे मेघ, डबोक में 5, मावली व उदयसागर में एक ही रात में 3 इंच बारिश
उदयपुर। उदयपुर वल्लभनगर ब्लॉक स्तरीय ओलंपिक खेल में रुण्डेड़ा की वॉलीबॉल टीम ने सेमीफाइनल में जीत हासिल कर फाइनल में अपनी जगह बनाई। वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक निमत मेनारिया ने बताया कि सोमवार को रुण्डेड़ा और खरसान के मध्य फाइनल मुकाबला हुआ। इसमें रुण्डेड़ा की टीम ने 2-1 से जीत हासिल की। इधर, मैच देखने सैकड़ों की तादाद में खेल प्रेमी पहुंचे। रुण्डेड़ा की टीम अब जिला स्तर पर वल्लभनगर ब्लॉक का प्रतिनिधित्व करेंगी। उदयपुर . मानसून के चौथे दौर में सोमवार का दिन सूखा बीता, लेकिन इससे पहले रविवार रात को जिले में कई जगहों पर जमकर बरसात हुई। डबोक में 5, मावली-उदयसागर में 3-3, मदार-बागोलिया में 2-2, उदयपुर शहर में पौने दो इंच बरसात दर्ज की गई। करीब एक माह बाद इतनी बारिश हुई है। सोमवार को दिनभर बादल छाए रहे और उमसभरा मौसम रहा। इधर, सोमवार शाम जिले के गोगुन्दा में 2 मिलीमीटर बरसात हुई।
मौसम विभाग डबोक केंद्र के अनुसार सोमवार शाम तक 12 घंटे के दरमियान 4.6 मिमी और सुबह तक 24 घंटे के दरमियान 132.8 मिमी (5 इंच से अधिक) बरसात दर्ज की गई। आगामी दिनों में भी तेज बरसात की संभावना जताई गई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 28.8 और न्यूनतम 23.6 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि रविवार को अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम 25.2 डिग्री था। लिहाजा अधिकतम तापमान में 2.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 1.6 डिग्री की गिरावट आई। खेरोदा. कस्बे व आसपास के क्षेत्रों में विगत तीन दिन से बारिश का दौर जारी है। कस्बे में सोमवार दोपहर बाद लगभग डेढ़ घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई, जिससे नहरों में पानी बह निकला व सड़क पर पानी भर गया। इस दौरान रिमझिम बारिश होती रही, जिससे मौसम सुहाना हो गया।
भींडर. नगर सहित आस-पास क्षेत्र में सोमवार शाम 4 बजे तेज बारिश हुई। जो करीब 1 घंटे तक जारी रही। क्षेत्र के बांसड़ा, केदारिया, कलवल, नीमड़ी, कुथवास, चारगदिया सहित गांवों में मूसलाधार बारिश हुई।जिससे सड़कें लबालब हो गई। कृषि अधिकारी मदन सिंह शक्तावत ने बताया कि शनिवार व रविवार को 26 एमएम बारिश हुई एवं सोमवार को कुल 9 एमएम दर्ज की गई। मानसून की अब तक कुल 354 एमएम बारिश हो चुकी है। रुण्डेड़ा. कस्बे में लंबे अंतराल बाद हुई बारिश से किसानों को काफी राहत मिली। सोमवार को दोपहर बाद झमाझम बारिश शुरू हुई। किसानों ने बताया कि बारिश से फसलों को नया जीवनदान मिला है। लेकिन बारिश देर से होने के कारण मक्का एवं सोयाबीन की फसलों की पैदावार कम होने की आशंका जताई जा रही है।
सिन्दु. क्षेत्र के आस-पास के गांवों में बीती रात करीब दो घंटे तक हुई तेज बारिश से सिन्दु एनिकट का बहाव तेज हो गया। यहां करीब छह इंच की चादर चली। बहाव इतना तेज था कि पुलिया के उपर से भी पानी निकला। इससे खेतों पर जाने वाले मार्ग बंद हो गए। सिन्दु से माण्डुथल सड़क मार्ग की पुलिया से होकर पानी गुजरा, जिससे कुछ देर के लिए सिन्दु-माण्डुथल रास्ता बंद हो गया। सिन्दु एनिकट के पानी से पलाना कलां तालाब पर भी चादर चलने लगी। अब इसका पानी बागोलिया बांध में पहुंचेगा। कानोड़. नगर के आस-पास ग्रामीण इलाकों में दिनभर हल्की व तेज बारिश का दौर जारी रहा। लंबे समय बाद हुई अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। वही मुरझाई फसलों को जीवन दान मिला। देर शाम लगभग 1 घंट तेज बारिश हुई।