Churu: कलेक्टर अभिषेक ने राजस्व प्रकरणों के संबंध में चर्चा कर राजस्व अधिकारियों को दिए निर्देश
Churu चूरू । जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने गुरुवार को जिला परिषद सभागार में राजस्व प्रकरणों को लेकर राजस्व अधिकारियों के साथ चर्चा कर आवश्यक दिशा- निर्देश दिए।
सुराणा ने कहा कि राजस्व प्रकरणों में समुचित कार्यवाही करें तथा समयबद्ध ढंग से प्रकरणों का निस्तारण करें। एसडीएम एवं तहसीलदार साप्ताहिक शेड्यूल तैयार करते हुए नियमित रूप से कोर्ट में बैठे तथा कोर्ट के प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित करें। किसी प्रकार की अनावश्यक पेंडेंसी न रहे। उन्होंने कहा कि अपने कार्य अनुभव व दक्षता का लाभ उठाते हुए प्रकरणों के निस्तारण की गति को तेज करें। इसके लिए बेहतरीन टीम का प्रबंधन करें तथा राजस्व प्रकरणों के लिए तहसीलदार, पटवारी सहित राजस्व टीम के साथ समुचित समायोजन करते हुए निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों आदि से आबादी विस्तार के प्रस्ताव मंगवाकर भिजवाएं। राजस्व अधिकारी विभिन्न मामलों में अपने विवेक से निर्णय लें तथा अवैध कब्जे व अतिक्रमण आदि हटाने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि सभी उपखंडों में विमुक्त व घूमंतू जनजातियों के लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। प्रयास करें कि इन शिविरों में जनजाति के लोगों को अधिकतम लाभ मिल सके। आबादी में विस्तार के प्रस्ताव भेजकर उनको लाभान्वित करने के लिए प्रयास किए जाएं।
सुराणा ने कहा कि राजस्व अधिकारी लोकायुक्त, जनसुनवाई, संपर्क पोर्टल के प्रकरणों का डिस्पोजल टाइम कम करते हुए संतुष्टि स्तर को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि प्रकरणों को प्रयास करते हुए प्राथमिक स्तर पर नियंत्रित करें। इसी के साथ बिना कन्वर्जन करवाए अवैध कॉलोनी विकसित करने वालों की जांच करें तथा आवश्यक कार्यवाही करें। कन्वर्जन से संबंधित प्रकरणों का निर्धारित समय सीमा में निस्तारण किया जाए।
सुराणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंजीयन में दिए गए लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाएं तथा पंजीयन को बढ़ाया जाए। इसी के साथ सीएमओ, सीएस कार्यालय, आयोग आदि से प्राप्त होने वाले प्रकरणों की समुचित कार्यवाही करें। उन्होंने कन्वर्जन, नामांतकरण सहित राजस्व मामलों को लेकर चर्चा करते हुए समुचित निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलवार पीएलपीसी में दर्ज प्रकरणों के बारे में अधिकारियों से चर्चा करते हुए परिवादियों से उनकी प्रकरणों की जानकारी ली तथा निस्तारित प्रकरणों को ड्रॉप किया।
एडीएम अर्पिता सोनी ने सभी अधिकारियों को सभी दिशा-निर्देशों की समुचित पालना कर प्रकरणों में प्रगति रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के प्रकरणों में ओआईसी नियुक्त नहीं होने के प्रकरणों में ओआईसी नियुक्त किया जाए एवं समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करें।
आवश्यक सेवाओं को लेकर दिए निर्देश
जिला कलक्टर सुराणा ने सभी उपखंड अधिकारियों को चिकित्सा, बिजली एवं डिस्कॉम अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देश देते हुए कहा कि एसडीएम अपने उपखंड स्तर पर आवश्यक सेवाओं की बैठक लेते हुए रिपोर्ट भेजें। उपखंड स्तर पर ही क्षेत्र की समस्याओं को निस्तारित करने का प्रयास करें ताकि आमजन को प्राथमिक स्तर पर ही उनकी समस्याओं का समुचित निस्तारण होकर सुविधाओं का समुचित लाभ मिले। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठे और उनकी टीम को समुचित प्रबंध करते हुए अधिकाधिक सुविधाओं के लाभ के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सुविधाओं के लिए अपने उपखंड स्तरीय व जिला स्तरीय अस्पताल, पीएचसी एवं सीएचसी का निरीक्षण करें तथा सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ बेहतरीन सुविधाएं विकसित करें। इसके लिए फील्ड स्तरीय कार्मिकों, एएनएम व चिकित्सा स्टाफ के साथ बैठक करें। इसी प्रकार बिजली के लिए लाइन, कनेक्शन, बिजली आपूर्ति आदि व्यवस्थाओं को समुचित ढंग से प्रबंधित करें। पेयजल आपूर्ति के लिए आमजन से प्राप्त होने वाली शिकायतों को सुने और पीएचईडी के अधिकारियों के साथ समन्वय करते हुए उनका समुचित निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि सभी उपखंड अधिकारी एक महीने में न्यूनतम 4 दिन रात्रि चौपाल आयोजित करें। रात्रि चौपाल में मूलभूत सेवाओं से संबंधित अधिकारियों को शामिल कर आमजन की समस्या सुनें तथा शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित करवाएं।
इस दौरान डीएलआर शुभकरण, चूरू एसडीएम बिजेंद्र सिंह, सुजानगढ़ एसडीएम ओमप्रकाश वर्मा, तारानगर एसडीएम राजेन्द्र कुमार, राजगढ़ एसडीएम मीनू वर्मा, सरदारशहर एसडीएम दिव्या, बीदासर एसडीएम अमीलाल यादव, रतनगढ़ एसडीएम रामकुमार वर्मा, एपीआरओ मनीष कुमार, राजगढ़ तहसीलदार धीरज झाझड़िया, चूरू तहसीलदार अशोक गौरा, सिद्धमुख तहसीलदार कालूराम, सरदारशहर तहसीलदार रतनलाल, भू -अभिलेख निरीक्षक शिवप्रकाश शर्मा, सहायक प्रोग्रामर गोविंद राहड़ सहित अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
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