जयपुर: राज्यपाल कलराज मिश्र ने मतदान को महादान बताते हुए मतदाताओं से आव्हान किया है कि मताधिकार का प्रयोग ऐसे जनप्रतिनिधि और सरकारों को चुनने के लिए करें, जो देश को विकास और प्रगति के पथ पर आगे ले जा सके। राज्यपाल बुधवार को हरीश चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर हुए राज्य स्तरीय समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक मत योग्य जन प्रतिनिधि को चुन सकता है तो वहीं एक मत अयोग्य का भी चयन कर सकता है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को अपने मत का उपयोग समझदारी से करना चाहिए। जागरूक मतदाता ही सशक्त, सहभागी और जीवंत लोकतंत्र का निर्माण करते हैं। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र है तो इसका आधार भी मतदाता ही हैं। उन्होंने नए मतदाताओं के साथ अन्य मतदाताओं को जागरूक करने पर बल देते हुए कहा कि लोकतंत्र को सार्थक और जीवंत बनाने के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया में लोगों की अधिकाधिक भागीदारी महत्वपूर्ण है।
मतदाताओं की लोकतंत्र में हो प्रभावी भागीदारी: मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि मतदाताओं की लोकतंत्र में अधिकाधिक एवं प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना जिला निर्वाचन अधिकारियों व कर्मचारियों की जिम्मेदारी है। निर्वाचन प्रक्रिया में सभी को भाग लेने के लिए प्रेरित करने के मकसद से सभी राजकीय कार्यालयों में निर्वाचन जागरूकता फोरम बनाए जाने चाहिए। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम 'मतदान जैसा कुछ नहीं, मतदान जरूर करेंगे हम' रखी गई है। वर्ष 2013 से भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की शुरुआत की, जिसका मुख्य उद्देश्य नए मतदाताओं को जोड़ना और उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी भी दी।