बाड़मेर में प्रकृति बचाने वाले बच्चों को मिलेगा हवाई यात्रा का मौका, करना होगा ये काम
जिले और अपने घर के आसपास की प्रकृति को बचाने के लिए कुछ अच्छे बच्चों को हवाई यात्रा का तोहफा मिलेगा।
राजस्थान। अपनी धरती, अपने जिले और अपने घर के आसपास की प्रकृति को बचाने के लिए कुछ अच्छे बच्चों को हवाई यात्रा का तोहफा मिलेगा। सुनकर हैरानी हो सकती है लेकिन ये सच है. इस कसौटी पर खरा उतरने के लिए बाड़मेर जिले के 35 स्कूलों के शिक्षक पहली पायदान पार करने की कोशिश करते नजर आए हैं. अर्थियन पर्यावरण मित्र कार्यक्रम के तहत सेंटर फॉर एनवायरमेंट एजुकेशन और राजस्थान राज्य भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, विप्रो फाउंडेशन जिले भर के स्कूली छात्रों को पर्यावरण संरक्षण सिखाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम चला रहा है। सरहदी बाड़मेर में पर्यावरण शिक्षा केंद्र की राज्य समन्वयक प्रियंका सिनसिनवार ने जिले के 35 स्कूलों से शिक्षकों का चयन कर उन्हें एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया।
35 स्कूलों के शिक्षकों का चुनाव
आर्थियान पर्यावरण मित्र कार्यक्रम के तहत पर्यावरण शिक्षा केन्द्र एवं राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय के संयुक्त तत्वाधान में जिले के राजकीय पीजी महाविद्यालय में चयनित इको क्लब प्रभारियों के लिए एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। ,बाड़मेर. इसका मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों को उनके शिक्षकों के माध्यम से पानी और स्थिरता के बारे में जागरूक करना है।
बच्चों का समूह बनाकर प्रोजेक्ट बनाना
इसमें जिले के नेशनल ग्रीन कोर योजना के तहत पंजीकृत विभिन्न स्कूलों के 35 शिक्षकों ने भाग लिया और जल स्वच्छता, जल प्रबंधन, जल संचयन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी ली। इन सभी शिक्षकों को अपने स्कूल में बच्चों का एक समूह बनाकर एक प्रोजेक्ट तैयार करना होगा, जिसे राष्ट्रीय स्तर के आर्थियान पुरस्कार के लिए भेजा जाएगा। विप्रो द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्यालय को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके साथ ही चयनित छात्रों को हवाई यात्रा भी करायी जायेगी. कार्यशाला में स्काउट सीओ योगेन्द्र सिंह राठौड़, प्रोफेसर डॉ. आदर्श किशोर जानी एवं विप्रो फाउंडेशन की आरती ने अंतिम सत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिये।