प्रदेश की स्कूलों में शनिवार को ‘नो बैग डे‘ पर बच्चों ने सीखा ‘जीवन है अनमोल‘ का पाठ आयोजित
राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में शनिवार को ‘नो बैग डे‘ के मौके पर विशेष थीम पर आधारित गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को सामाजिक सरोकार, व्यक्त्तित्व विकास और जीवन मूल्यों का पाठ पढ़ाया जा रहा है। इसी सिलसिले में शनिवार को पूरे प्रदेश में स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए ‘जीवन है अनमोल‘ की थीम पर कार्यक्रम और एक्टिविटीज का आयोजन हुआ। इस दौरान राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों ने स्कूलों को दौरा कर ‘नो बैग डे‘ की गतिविधियों का निरीक्षण करते हुए वहां आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों के साथ दोपहिया वाहन चलाते समय सावधानी, ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता, नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने के प्रावधान, हेलमेट के उपयोग से जीवन के बचाव, सीट बेल्ट प्रयोग के फायदों के अलावा सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों से संबंधित साइनेज के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की।
स्कूल शिक्षा विभाग की विशिष्ट शासन सचिव श्रीमती चित्रा गुप्ता ने जयपुर के सांगानेर और संयुक्त शासन सचिव श्री किशोर कुमार ने अजमेर के वैशाली नगर में स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूल शिक्षा निदेशक श्री कानाराम सहित राज्य, संभाग, जिला और ब्लॉक स्तर पर अलग-अलग अधिकारी स्कूलों में बच्चों के बीच पहुंचे। उन्होंने शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा ‘सड़क सुरक्षा‘ तथा ‘जीवन है अनमोल‘ की थीम पर नाटक, कविता, कहानी और भाषण जैसी गतिविधियों को सराहा। बच्चों ने जगह-जगह रैली निकालकर सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में अवेयरनेस पैदा की, वहीं विद्यालयों में सड़क दुर्घटना के समय मानवीय दायित्व के संबंध में प्रेरक फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि राज्य के सरकारी स्कूलों में प्रत्येक शनिवार को ‘नो बैग डे‘ पर संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का पठन कराया जा रहा है। इसके साथ ही अलग-अलग माह में ‘नो बैग डे‘ के दिन ‘गुड टच-बैड टच‘, तम्बाकू से बचाव, स्मार्ट विद्यार्थी और सड़क सुरक्षा जैसी विशेष थीम पर गतिविधियों के आयोजन के बारे में कार्यक्रम जारी किया गया है।