फर्जी फर्में चलाकर आम जनता से मनमानी वसूली करने वाले और सरकार काे भी लाखाें-कराेड़ाें रुपए का चूना लगाने वाले कथित काराेबारियाें की खैर नहीं है। केंद्र सरकार के निर्देश की पालना में प्रदेश में भी 16 मई से 2 माह के लिए फेक फर्म आईडेंटिफिकेशन अभियान शुरू हाे रहा है। इसके तहत सरकार से मिली जानकारी के आधार पर जीएसटी विभाग के अफसर संबंधित फर्माें पर जाकर दबिश देंगे।
माैका निरीक्षण के दाैरान देखा जाएगा कि जिस नाम से फर्म रजिस्टर्ड की गई है, वह वाकई में चल रही है या सिर्फ कागजाें में ही नाम चल रहा है। सरकार के ध्यान में आया है कि अनेक लाेगाें द्वारा फर्में रजिस्टर्ड कराई जाती है, लेकिन जाे पता बताया जाता है, उस पर काेई नहीं हाेता। अनेक ऐसी भी शिकायतें मिलती रही हैं कि फर्म ही अपने ड्राइवर, लेबर आदि के नाम से बिना संबंधित की जानकारी में चलाई जाती है।
पकड़े भी गरीब ही जाते हैं, क्याेंकि धाेखाधड़ी करने वालाें के काेई दस्तावेज ही नहीं मिलते। इस पर सरकार ने तय किया है कि तमाम फेक फर्माें संचालकाें पर कार्रवाई कर इन फर्माें काे बंद कराया जाएगा। इसके लिए जीएसटी विभाग के अधिकारी मंगलवार से ही जुट जाएंगे। बताया जा रहा है कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ जिले में प्रारंभिक ताैर पर 100 से अधिक फर्माें के फेक हाेने की जानकारी विभाग के पास पहुंची है।