चाणक्‍य नीति : इन लोगों के घर भोजन करना है अपराध

Update: 2023-09-22 08:48 GMT
आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया हैं इनकी नीतियां देश दुनिया में प्रसिद्ध है जिसका अनुसरण करने से व्यक्ति को सुख, सफलता और धन की प्राप्ति होती है। चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया है।
 चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियों का निर्माण किया है जिसका अनुसरण करने से व्यक्ति सम्मान को प्राप्त करता है चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ ऐसे लोगों का जिक्र किया है जिनके घर भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए। तो आज हम अपने लेख में उन्हीं के विषय में बात कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 आज की चाणक्य नीति—
चाणक्य नीति अनुसार किसी चोर या फिर अपराधी के घर भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि गलत तरीके से कमाए जाने वाले धन से बना भोजन नकारात्मक प्रभाव प्रदान करता है। ऐसे में इन लोगों के घर भोजन करने की गलती नहीं करनी चाहिए। शास्त्र अनुसार किन्नरों को दान देना शुभ माना जाता है ऐसा करने से ईश्वर कृपा प्राप्त होती है लेकिन भूलकर भी इनके घर में कुछ खाना या पीना नहीं चाहिए ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
 चाणक्य नीति की मानें तो किसी क्रोधी के घर भी भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि क्रोध के कारण उस घर का माहौल नकारात्मक बना रहता है और वहां बनने वाला भोजन भी नकारात्मक हो जाता है जो आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है इसके अलावा गंदगी में भी कभी भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए ये लाख बीमारियों को बढ़ावा देती है।
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