छत का प्लास्टर उखड़ा, बेसहारा बच्चों के हॉस्टल को नहीं मिल रहा सहारा

Update: 2023-08-05 09:10 GMT
कोटा। कोटा जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान डाइट व समग्र शिक्षा अभियान समसा की आपसी खींचतान की वजह से डाइट परिसर में बेसहारा बच्चों के लिए संचालित नेताजी सुभाषचंद्र बोस राजकीय आवासीय छात्रावास की मरम्मत नहीं हो पा रही है। हॉस्टल में समग्र शिक्षा की ओर से बेघर, बेसहारा, अनाथ, निर्धन, ड्राप आउट, बीपीएल परिवारों के 50 बच्चों के लिए है। वर्तमान में 25 बच्चे रह रहे हैं। छत, दरवाजे व खिड़कियां टूटे सालों से मरम्मत नहीं होने से हॉस्टल की छतों से प्लास्टर उखड़ चुका है। दरवाजे व खिड़कियां टूट पड़े हैं। खिड़कियों पर गत्ते व लोहे के चद्दर के टुकड़े लगाकर बंद किया हुआ है। बाथरूम के दरवाजे गलकर आधे रह गए हैं। रसोईघर की छत पर प्लास्टर उखड़ चुका है। आए दिन खाना बनाते समय प्लास्टर गिरता रहता है। फर्श व बिजली के बोर्ड उखड़े पड़े हैं।
डाइट परिसर में सालों से रंगरोगन का कार्य नहीं हुआ है। भवन बारिश में टपकता है। कक्षा 5वीं व 8वीं के कक्ष तो दस्तावेजों को प्लास्टिक की पन्नियों में ढकना पड़ता है। हॉस्टल में शिविरों के दौरान आवासीय प्रशिक्षणार्थी ठहरते है, लेकिन हॉस्टल की रसोईघर है। खिड़कियों के कांच टूट चुके है। भोजनशाला, कैशियर रूम में प्लास्टर गिरता रहता है। फर्नीचर टूटा हुआ है। आरएससीईआरटी से बजट भी हर साल मरम्मत के लिए 20 लाख का बजट आता है, लेकिन उसका सही उपयोग नहीं किया जाता है। हॉस्टल की मरम्मत के लिए मार्च-अप्रेल में प्रस्ताव भिजवाया गया। उसके बाद 17 जुलाई को हॉस्टल मैनेजमेेंट कमेटी में प्रस्ताव रखा। अब सात लाख का प्रस्ताव निदेशालय को भिजवाया है। वहां से राशि स्वीकृत होने पर हॉस्टल मरम्मत का कार्य किया जाएगा। हॉस्टल परिसर में खंभा लगा है, लेकिन बिजली के लिए लाइट नहीं लगी है। पानी की पाइप लाइन नहीं है। बोरिंग का पानी पीने की मजबूरी। सड़क खराब है। गिट्टी उखड़ी पड़ी है। डाइट में खेल भवन, बैडमिंटन हॉल, गेस्ट हाउस, प्रधानाचार्य के आवास भी बना हुआ है, लेकिन सभी भवन देखरेख के अभाव में बदहाल हो चुके हैं। इस कारण डीएलईडी के बच्चों को खेल सुविधा नहीं मिल पा रही है। बच्चों को खेल सामग्री भी नहीं बांटी जाती है।
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