भीलवाड़ा न्यूज़: ग्रामीण क्षेत्र में मवेशियों व सूने गोवंश का जमावड़ा रहने से रोजाना कई लोग जख्मी हो रहे है5 मुख्य सड़कों से लेकर गली-चौराहे पर खुले धूम रहे लावारिस जानवरों से लोग चोटिल होकर घायल हो रहे हैं। ऐसे में घर से निकलने से पहले लोगों को बाहर देखना पड़ता है। हर चौराहे, गली से लेकर हाईवे तक जगह-जगह बेसहारा पशु नजर आते है।
क्षेत्र में कस्बे के विभिन्न इलाकों में बेसहारा पशुओं के घूमने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही स्कूलों के सामने भी आवारा पशुओं का झुंड लगा रहता है, जिससे स्कूल पहुंचने वाले छात्रों को आवागमन में काफी समस्या झेलनी पड़ रही है। आवारा पशुओं में ज्यादातर बछड़े व सांड होने से कई बार लोग चोटिल हो चुके हैं। कई बार तो ये पशु अचानक वाहनों के सामने आ जाते हैं जिससे वाहन चालक अपना संतुलन खो बैठता है और दुर्घटना का शिकार हो जाता है।
कस्बे के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक, महात्मा गांधी विद्यालय, बस स्टेंड सहित निजी विद्यालयों के सामने बेसहारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। जिससे विद्यालय पहुंचने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सैंकड़ों बीघा चरागाह भूमि अवैध कब्जे का शिकार हो चुकी है। इसके साथ ही चारे की भारी लागत और देशी नस्लों की कम उत्पादकता से अब गाय पालन पशुपालकों के लिए भारी घाटे का सौदा होने से सैकड़ों की संख्या में गोवंश को पशुपालकों ने खुला छोड़ दिया है। जो अब अपना पेट भरने के लिए इधर-उधर मुंह मार रही हैं। लावारिस गोवंश खेतों में खड़ी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। किसानों ने खेत में खड़ी फसल को सुरक्षित रखने के लिए उनके कटीले तार लगा दिए हैं। जिससे अब लावारिस गोवंश सड़कों पर ही घूमते रहते हैं। कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र में इनकी चपेट में आने कई लोग घायलों हो चुके है। रोज राह चलते दर्जनों लोग इनका शिकार बन रहे हैं।