डूंगरपुर। डूंगरपुर के बड़गामा पंचायत में फर्जी तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना से 2.40 लाख रुपये गबन करने का मामला सामने आया है. पंचायत क्षेत्र में रहने वाले दो लोगों ने सरपंच, सचिव, तत्कालीन सचिव व जियो टैगिंग करने वाले कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. कुआं थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
थानाध्यक्ष गोपालनाथ ने बताया कि बडगामा निवासी सोहनलाल पुत्र भूरालाल अहरी व धन्ना पुत्र कलजी अहरी पर दो अलग-अलग मामले दर्ज हैं. सोहनलाल ने रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2018-19 में उनकी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत हुआ था. योजना के तहत 1.20 लाख रुपये आवास और 12 हजार रुपये शौचालय बनना था, लेकिन सरपंच कांतिलाल पुत्र रामचंद्र अहरी, सचिव सविता देवी अहारी व जियो टैगिंग दिनेश पुत्र मावजी पारगी ने मिलकर उनके घर के लिए पैसा हड़प लिया.
पीड़ित ने बताया कि दिनेश पारगी घर की जियो टैगिंग कराने के लिए उसके घर आया था और फोटोग्राफी करने के बाद उससे एक हजार रुपये भी ले लिए थे, लेकिन आवास योजना का पैसा उसके खाते में नहीं आया. सरपंच व सचिव से पूछने पर वह टालमटोल करता रहा। 18 नवंबर 2022 को पीएम आवास योजना की वेबसाइट पर पता करने पर पता चला कि सरपंच, सचिव व जियो टैगिंग कर्मचारी ने मिलकर अपने घर का पैसा दूसरे के खाते में डालकर फर्जीवाड़ा किया. इसी तरह बड़गामा निवासी धन्ना पुत्र कलजी अहरी ने बताया कि 2015-2016 में उनका पीएम आवास स्वीकृत हुआ था, लेकिन सरपंच कांतिलाल अहरी, तत्कालीन सचिव शंकरलाल डामोर व दिनेश पारगी ने मिलकर पैसा हड़प लिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने दोनों मामले अलग-अलग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.