जोधपुर। जोधपुर के केरू थाना क्षेत्र में शनिवार रात साढ़े दस बजे हुए भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी. अब भी 7 लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। ये लोग रामदेवरा (जैसलमेर) से मन्नत मांगकर लौट रहे थे। हादसे में पत्नी और एक बेटे को खोने वाले रामूराम जटोलिया ने बताया कि फैक्ट्री में जरूरी काम होने के कारण वह नहीं जा सके.बहन राजूदेवी ने भाई ओमप्रकाश की सलामती के लिए मन्नत मांगी थी। राजूदेवी अपनी मां, बहन, दोस्त और बच्चों के साथ बाबा के दर्शन करने रामदेवरा पहुंचीं। घर से महज 30 किलोमीटर पहले लौटते समय कार की टैंकर से आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में तीन परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
जोधपुर शहर के कुड़ी भगतसनी थाना क्षेत्र के सेक्टर 4 निवासी रामूराम जटोलिया ने हादसे में अपनी पत्नी राजूदेवी और 9 वर्षीय बेटे जसवंत को खो दिया. बेटी अंजनी फिलहाल एमडीएम अस्पताल में भर्ती है। रामू की पत्नी राजू देवी ने अपने भाई के लिए मन्नत मांगी थी।रामूराम जोधपुर की एक फैक्ट्री में काम करता है। कुछ माह पूर्व डीडवाना (नागौर) निवासी रामू का साला ओमप्रकाश बीमार हो गया था। रामू ने जोधपुर में ओमप्रकाश का इलाज करवाया।ओमप्रकाश का अभी इलाज चल रहा है। बच्चों की छुट्टियाँ चल रही थीं। तभी रामू ने डीडवाना से ससुराल जोधपुर अपने घर बुला लिया।जब पूरा परिवार एक जगह इकट्ठा हुआ तो राजूदेवी ने मन्नत मांगने की बात कही। इसे लेकर रामदेवरा जाने का कार्यक्रम बनाया गया। राजूदेवी ने पड़ोस में रहने वाली अपनी सहेली सपना को भी रामदेवरा जाने की बात बताई। सपना के पति नरपत रैगर का वाहन फाइनेंस का काम था। तय हुआ कि शनिवार को नरपत की गाड़ी से सभी रामदेवरा जाएंगे।
नरपत रैगर की पत्नी सपना राजूदेवी की दोस्त थीं। राजूदेवी ने रामदेवरा जाने की बात कही तो सपना तैयार हो गईं। नरपत ने कहा कि वह अपनी कार में सभी लोगों को रामदेवरा ले जाएगा। रामूराम को अचानक फैक्ट्री में जरूरी काम हो गया था, इसलिए वह रामदेवरा नहीं जा सका।नरपत शनिवार सुबह 9 बजे कार लेकर आया। नरपत और उनकी पत्नी सपना के अलावा, मुन्नी देवी अपने पोते पवन और लकी के साथ, राजूदेवी अपने बच्चों जसमवत और अंजनी के साथ, द्रौपदी अपने बच्चों महावीर और ज्योति के साथ सवार हुईं। नरपत सभी को लेकर जोधपुर से रामदेवरा पहुंचे और वहां से दर्शन कर रवाना हो गए।हादसे में नरपत की दर्दनाक मौत हो गई। उसका शव कार में फंस गया। जिसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। नरपत की पत्नी सपना की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
कुड़ी भगतसनी क्षेत्र से 30 किलोमीटर पहले केरू-मेगलासिया गांव के बाहरी इलाके में चार लेन हाईवे पर शनिवार देर रात साढ़े 10 बजे सामने से आ रहे गैस टैंकर से कार की जोरदार टक्कर हो गई. हादसे में रामूराम की ननद द्रौपदी की भी मौके पर ही मौत हो गई। उनके बच्चे महावीर और ज्योति बुरी तरह घायल हो गए।