डूंगरपुर। प्रतापगढ़ जिले में एक महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ कि डूंगरपुर जिले के गामड़ी अहाड़ा वजेला फला में एक महिला को डायन बताकर उसके दोनों हाथ जलाने का मामला सामने आया है. हाथों पर जलते दिए रखने से महिला दर्द से चीखती और चिल्लाती रही, लेकिन उसका दर्द किसी ने नहीं सुना. महिला का आरोप है कि उसी के देवर और देवरानी ने भोपे के साथ मिलकर उसके साथ ऐसी क्रूरता की. महिला चिल्लाती रही, लेकिन 5 से 6 लोगों ने कसकर पकड़ लिया और फिर हाथ जला दिए. महिला अब परिवार के लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की आवाज उठा रही है.
रामसागड़ा थाना क्षेत्र के गामड़ी अहाडा वजेला फला की रहने वाली महिला के साथ ये क्रूरता हुई. पीड़िता ने बताया की उसी के परिवार में देवर रूपसी पुत्र पूंजा डामोर, पप्पू पुत्र पूंजा डामोर, देवरानी लक्ष्मी पत्नी रूपसी डामोर और समू पत्नी पप्पू डामोर उस पर डायन होने का शक करते है. देवर और उसका परिवार उसे डायन ही कहते थे. 3 सितंबर को उसके देवर और देवरानी इलाज करवाने के बहाने उसे मनपुर गांव में एक महिला भोपे (तांत्रिक) के पास ले गए. जहां आशा पुत्री धुला कटारा निवासी मनपुर को भी फोन कर बुला लिया. इसके बाद महिला तांत्रिक ने उसके बेटे हरीश को घर से बाहर बैठने के लिए कहा, जबकि देवर और देवरानी ने डायन निकालने की बात करते हुए उसे कसकर पकड़ लिया.
इसके बाद सभी ने मिलकर उसके हाथ में तेल और जलते हुए दिए रख दिए. दियो की वजह से उसके हाथ जलने लगे तो वह चीखने चिल्लाने लगी. उसकी आवाज बाहर नहीं जाए इसलिए मुंह भी पकड़ लिया. महिला तांत्रिक डायन निकालने का ढोंग करते हुए उसके हाथों को जलाती रही. जिस पर उसकी आवाज सुनकर बेटा हरीश अंदर आ गया. मां को जलाते देख बेटे हरीश ने बीच बचाव किया. लेकिन जलते दियो की वजह से महिला के दोनों हथेलियां जल गई. वजह जलन के मारे दर्द से तड़पती रही. इसके बाद बेटा उसे प्राइवेट अस्पताल लेकर गया और मां का इलाज करवाया. महिला अटली ने अपने देवर और देवरानी पर डायन का आरोप लगाकर जिंदा जलाने के भी आरोप लगाए है. घटना के बाद से पीड़ित का परिवार डरा हुआ है. वहीं मामले में अब महिला अपने ही देवर और देवरानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है.
महिला ने बताया कि उसके देवर रूपसी के खेतों में मई महीने में बोरवेल खुदवाया था. लेकिन उसमे पानी नहीं आया. इसे लेकर देवर, देवरानी और उसका परिवार महिला पर ही डायन होने का आरोप लगाकर जिम्मेदार ठहराने लगा. इसके बाद से देवर समेत परिवार के लोग उसे डायन कहकर प्रताड़ित करते थे. इसी बात को लेकर हाथ जलाने की वारदात को भी अंजाम दिया गया. इसे लेकर रामसागड़ा थानाधिकारी मणिलाल ने बताया कि पीड़ित महिला की ओर से एसपी ऑफिस में परिवाद दिया गया है. परिवार मिलने पर मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.