कोटा। कोटा बूंदी का गंगानगरी गुलाब देशभर में महक रहा है। शादी-समारोह सहित अन्य कार्यक्रमों से लेकर मंदिरों में चढ़ने वाले इस शाही फूल की महक लोगों को आकर्षित करती है। देशभर में रोज पांच टन गंगानगरी गुलाब की खपत हो जाती है। फूलों के थोक विक्रेता सुनील सुमन के अनुसार, गुलाब की गंगानगरी, डिवाइन और देसी की तीन वैरायटी हैं। इनमें गंगानगरी में खुशबू अधिक होती है। इस कारण इस गुलाब की देशभर में डिमाण्ड है। गंगानगरी गुलाब कोटा से दिल्ली, मुम्बई, जबलपुर, अमृतसर, कानपुर के अलावा प्रदेश में उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, अजमेर सहित अन्य शहरों में एक्सपोर्ट किया जाता है।
खास बात यह है कि अजमेर की दरगाह शरीफ में तो गंगानगरी गुलाब की काम में लिया जाता है। बूंदी जिले के भोपतपुरा, तीतरवासा, कुराड व तालेड़ा में गुलाब की खेती होती है। कोटा में अर्जुनपुरा और राजनगर में भी खेतों में गुलाब महकते हैं। कोटा में गुलाब के करीब एक दर्जन थोक विक्रेता हैं। फल सब्जी मंडी के समीप ही गुलाब की थोक मंडी है। थोक विक्रेता कालीबाई के अनुसार मंडी से हाड़ौती भर के रिटेल विक्रेता गुलाब लेकर जाते हैं। शहर में ही 150 से दौ से परिवार गुलाब व फूल-माला बेचकर जीवन यापन कर रहे हैं। विक्रेताओं के मुताबिक, शहर में इंग्लिश गुलाब टाटा रोज की भी डिमाण्ड है। यह गुलाब लाल, पिंक, सफेद, पीले रंग में मिल जाता है। कोटा शहर में ही इंग्लिश गुलाब की अच्छी खासी बिक्री है। यह गुलाब दिल्ली, इंदौर से आता है। एक गुलाब की कीमत 20 से तीस रुपए तक है। ये गुलाब गिफ्ट करने, जन्मदिन या अन्य आयोजनों के मौके पर दिए जाते हैं।