Bundi बूंदी । राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष में कृषि विज्ञान केंद्र एवं रिलायंस फाउंडेशन, उद्योगिनी व सर्व मंगल ग्रामीण विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किसान सम्मेलन आयोजन किया गया। किसान सम्मेलन की मुख्य अतिथि जीएम नाबार्ड मंजू खुराना रही एवं विशिष्ट अतिथि, एल.डी.एम. बैंक आॅफ बड़ौदा राजीव गुप्ता रहे एवं अध्यक्षता केन्द्र के प्रभारी प्रो. हरीश वर्मा ने की। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में लगभग 600 से अधिक किसानों ने भाग लिया जिसमें महिला किसानों की संख्या अधिक रही।
जनरल मेनेजर नाबार्ड जयपुर मंजू खुराना ने किसान सम्मेलन में प्राकृतिक रुप से उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया। समेकित कृषि प्रणाली, प्रसंस्करण, संरक्षित खेती, किसान उत्पादक संघ के माध्यम से कृषि उत्पादों को बेचने के बारे में जानकारी दी।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष प्रो. हरीश वर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए प्राकृतिक संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग करने के बारे में जागरूक किया। केन्द्र द्वारा कृषक हित में किये जा रहे नवाचारों, फसल की आधुनिक किस्मों, प्रशिक्षणो, किसानों के खेत पर प्रक्षेत्र परीक्षण, प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन, संगोष्ठी, कृषक-वैज्ञानिक संवाद आदि के बारे में किसानों को बताते हुए समन्वित कृषि प्रणाली को अपनाने पर जोर दिया।
जिला परियोजना प्रबन्धक रिलायंस फाउंडेशन डाॅ. रामधन जाट ने समस्त संबंधित विभागों के आपसी तालमेल से किसानों की आमदनी को दोगुना करने पर बल दिया।
संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार महेश कुमार शर्मा ने कृषि विभाग की खेत तलाई, सिंचाई पाईपलाईन, जल हौज, फव्वारा सेट, तारबंदी एवं कृषि यंत्र आदि योजनाओं की जानकारी देते हुए इन पर दिये जाने वाले अनुदान व मिलने वाली छूट के बारे में किसानों को बताया।
संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग डाॅ. राम लाल मीणा ने वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन करने एवं राजस्थान कामधेनु डेयरी योजना, मुख्य मंत्री मंगला पशु बीमा योजना आदि विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए योजनाओं से लाभ उठाने का आह्वान किया।
उपनिदेशक सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र दुर्गालाल मौर्य ने जिले में सब्जी उत्पादन बढ़ावा देने के लिए कृषकों को स्वयं के बीजों से पौध तैयार करने, संरक्षित खेती करने एवं हाइड्रोपोनिक खेती के बारे में जानकारी दी।
उपनिदेशक उद्यान विभाग राधेश्याम मीणा ने विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत सामुदायिक जल स्त्रोत निर्माण, उद्यानिकी में नवाचार आधुनिक तकनीकी को बढ़ावा देना, राज्य सरकार ने विभाग के माध्यम से संचालित सभी योजनाओं में जैसे ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस, प्लास्टिक मल्च, प्लास्टिक टनल, सामुदायिक जल स्त्रोत, नवीन बगीचा स्थापना, अधिक मूल्य वाली सब्जियाँ इत्यादि के लिए किसानों के चयन का कार्यक्रम जारी करने के बारे में बताया।
परियोजना प्रबन्धक आत्मा कैलाश कुमार सोमाणी ने विभाग द्वारा किसानों द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यो पर विभाग द्वारा जिला स्तरीय एवं राज्य स्तरीय कृषक सम्मान पुरस्कार प्रदान करने के बारे में चर्चा की।
जिला मत्स्य विकास अधिकारी लखन लाल मीणा ने कृषकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विभाग द्वारा जलकृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अन्तर्गत धान की फसल में पानी भरा रहने पर मछली पालन करें। मछली पालन करने से पर्यावरण अनुकूल वातावरण मिलेगा जिससे फसल में उत्पादन में वृद्धि होगी साथ ही रासायनिक कीटों का प्रभाव खत्म होगा।
क्षेत्रीय प्रबंधक इफको बृजराज मीणा ने नैनो यूरिया एवम नैनो डीएपी के उपयोग एवं ड्रोन तकनीकी के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ. घनश्याम मीना ने पशुओं में लगने वाले रोगों की जानकारी, आहार प्रबन्धन और पशुओं से अधिक दुग्ध उत्पादन के तरीके एवं प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तृत चर्चा की।
सहायक कृषि अधिकारी बाबूलाल मीणा ने कृषि विभाग की योजनाओं से अधिकाधिक किसानों को जुड़ने के लिए जानकारी दी।
ईश्वरीय प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी विश्वविद्यालय केंद्र से चंद्रेश भाई जी ,अल्का दीदी व गीता दीदी ने शाश्वत योगिक खेती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसको अपनाने के लिए प्रेरित किया एवं राजऋषि गांव की परिकल्पना को समझाया।
किसान सम्मेलन में कार्यक्रम में प्रगतिशील पशुपालकों एवं कृषक महिलाओं मन्नी मेघवाल, निरमा मीणा, अनीता मेघवाल एवं शिमला मीणा ने नवाचार अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ाने के अनुभव साझा किए तथा उन्हें किसान सम्मेलन में सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय किसान दिवस पर कृषि विज्ञान केन्द्र में जिला प्रशासन, उद्योगिनी ,सर्वमंगल ग्रामीण विकास संस्थान, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विभाग, ब्रह्मा कुमारीज ,पशुपालन विभाग, उद्यान विभाग, मत्स्य विभाग, प्रेम समृद्धि फाउंडेशन, राजीविका, महिला बाल विकास विभाग, इफ्को, बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान, सब्जी उत्कृष्टता केंद्र, नाबार्ड, राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास संस्थान, संजीवनी ग्रामीण विकास संस्थान, अलोद, कुरेल, मांगली, सांवरिया, समृद्धि महिला, कृषक उत्पादक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में जलवायु आधारित क्रियाओं के द्वारा सतत् आजीविका संवर्धन के माध्यम से समुदाय को मजबूत करने के लिए सभी स्टेक होल्डर्स ने एक साथ एक मंच पर किसान दिवस के उपलक्ष्य पर समन्वित और टिकाऊ जलवायु अनुकूल क्रियाओं के माध्यम से खेती एवं सम्बद्ध क्षेत्रों में नवाचारों के माध्यम से किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए कृषि से संबंधित विभिन्न आयामों की विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में अशोक बंजारा निदेशक स्वरोजगार विकास संस्थान, राजेश शर्मा सहायक निदेशक कृषि विभाग, लक्ष्मी शंकर पाण्डेय सर्वमंगल संस्थान, अभिषेक सिन्हा उद्योगिनी, महेंद्र गुर्जर इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, पदम जैन प्रेम समृद्धि फाउंडेशन, लक्ष्मण सिंह हाड़ा संजीवनी संस्थान तथा सभी विभागों के अधिकारियों ने अपने अपने विभागों में किसान कल्याण के लिए भारत सरकार व राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए किसानों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया ।
सभी संबंधित विभागों, संस्थाओं द्वारा प्रदर्शनियां भी लगाई गई, जिससे किसान देखकर सीख सके तथा विभागीय योजनाओं को समझ सके। कार्यक्रम का काव्यमय संचालन जयपुर से पधारे कवि राजेश सराधना ने किया एवं मनीष कुमार शर्मा ने सहयोग प्रदान किया।
केन्द्र पर आयोजित किसान सम्मेलन में उद्यान वैज्ञानिक इंदिरा यादव, फार्म मेनेजर महेन्द्र चैधरी, वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता दीपक कुमार, विकास ताखर, लोकेश प्रजापत, चन्द्र प्रकाश श्रृंगी, दुर्गा सिंह सोलंकी, विजेन्द्र वर्मा व रामप्रसाद ने सहयोग प्रदान किया।