भीलवाड़ा। भीलवाड़ा अपने ही मौसेरे भाई के अंतिम संस्कार के दौरान एक युवक ने चिता में कूदकर जान देने का प्रयास किया। युवक के अचानक चिता में कूद जाने से हड़कंप मच गया। लेकिन, ग्रामीणों ने किसी तरह उसे बाहर निकाला। मामला भीलवाड़ा जिले के बागोर थाना क्षेत्र के मनक्या गांव में गुरुवार सुबह 11 बजे का है. इस हादसे में युवक 70 फीसदी तक झुलस गया। वहीं, आत्महत्या के प्रयास से पहले उसने एक पर्ची छोड़ी थी। इसमें लिखा है- सच मेरे साथ चला गया। युवक का अभी भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार बागोर थाना क्षेत्र के मनक्या गांव में रहने वाली मीना (18) पुत्री मोहन भील की बुधवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी. गुरुवार सुबह करीब 11 बजे परिजन व ग्रामीण उसका अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे थे। मीना की चिता जल रही थी। इस दौरान भेरू भील पुत्र सुखदेव (26) उसका मौसेरा भाई सुखदेव (26) अपने ऊपर तेल जैसा द्रव डालकर चिता में कूद गया। अचानक हुई इस घटना को लोग समझ नहीं पाए। सुखदेव को तुरंत आग की लपटों से बाहर निकाला गया और महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया। सुखदेव चिता में क्यों कूदे और उनकी बहन की मौत क्यों हुई, इस बारे में अभी तक किसी को कोई जानकारी नहीं है। अभी तक परिजनों ने घटना की जानकारी बागोर पुलिस को भी नहीं दी है। युवक ने एक पर्ची छोड़ी, जिसमें लिखा है- राम-राम सबको, मैंने जो कुछ किया अपनी मर्जी से किया है। कोई कुछ भी कहे, वह सच नहीं है। सच में मेरा साथ मिला। किसी के ऊपर कोई दबाव नहीं बनाना चाहिए, जिससे पछताना पड़े।