जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर की विशेष शाखा ने बुधवार को जिले के बिलारा थाने के एएसआई रामकिशन बिश्नोई को भैंस चोरी में फंसाने की धमकी देकर 7 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. थाना परिसर के बैरिक में उसने रिश्वत ली।ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि 31 दिसंबर को मलकोसनी गांव निवासी रवींद्र कुमार जाट के पास से चार भैंस और उसका एक बच्चा लापता हो गया था. रवींद्र के भाई धर्मराम ने दोनों युवकों पर शक जताया था। भाई ने 8 जनवरी को दोनों युवकों को देखा तो पहचान लिया। उसकी बाइक के नंबर के आधार पर 22 जनवरी को अज्ञात लोगों के खिलाफ बिलारा थाने में भैंस चोरी का मामला दर्ज किया गया था. जिसमें पिचियाक गांव के दो लोगों पर शक जताया गया था.
जांच अधिकारी एएसआई रामकिशन बिश्नोई ने दोनों भाइयों को चोरी के मामले में फंसाने की धमकी दी थी। गिरफ्तारी से बचने और कार्रवाई नहीं करने के बदले पंद्रह हजार रुपये रिश्वत की मांग की। जिसकी शिकायत पीड़िता ने एसीबी से की थी। पीड़िता ने गोपनीय सत्यापन में मां के बीमार होने की बात कहकर राशि कम करने का आग्रह किया था. तब एएसआई ने सात हजार रुपए पर सहमति जताई थी। पीड़िता को रिश्वत लेने के लिए मंगलवार को थाने बुलाया गया, लेकिन ट्रैप कार्रवाई नहीं हो सकी.इसी बीच बुधवार दोपहर एएसआई रामकिशन ने फरियादी को थाना परिसर के बैरक में बुलाया, जहां फरियादी ने एएसआई को सात हजार रुपये दिए। तभी इशारा मिलते ही एसीबी इंस्पेक्टर मनीष वैष्णव व उनकी टीम ने सेखला तहसील के थड़िया गांव निवासी एएसआई रामकिशन पुत्र गुरुराम बिश्नोई को 7 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.