इंटरव्यू में घूस: एंटी करप्शन ब्यूरो की रडार पर बीजेपी नेता, जाने- क्या है पूरा मामला

इस मामले में कुछ सुराग एसीबी के हाथ लगे हैं.

Update: 2021-08-01 08:13 GMT

राजस्थान के जोधपुर में आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 के इंटरव्यू में घूस का मामला सुर्खियों में है. इस मामले की जांच कर रहे एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने तीन दिन पहले ही बाड़मेर के कल्याणपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. अब जांच की सुई जोधपुर के निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी की तरफ घूम गई है. बाड़मेर के हरीश सारण को 70 अंक से ज्यादा दिलाने के लिए 20 लाख रुपये रिश्वत लिए गए थे. इस मामले में कुछ सुराग एसीबी के हाथ लगे हैं.

एसीबी के एडिशनल एसपी भोपाल सिंह लखावत ने बताया कि आरोपी किसनाराम ने निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी से संपर्क किया था और इस भर्ती के दौरान दोनों में संपर्क लगातार बना रहा. पिछले दो दिन से पूनाराम का मोबाइल बंद है. उन्होंने बताया कि पूनाराम से पूछताछ और जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. गौरतलब है कि बाड़मेर में निजी स्कूल के संचालक ठाकराराम ने पनावड़ा गांव के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल जोगाराम के मार्फत जोधपुर निवासी किसनाराम को 20 लाख रुपये रिश्वत दिए थे.
ठाकराराम के भतीजे हरीश चौधरी को आरएएस इंटरव्यू में 70 अंक से ज्यादा दिलाने थे, इसके लिए किसनाराम ने जोधपुर के निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी से संपर्क किया था. इसको लेकर दोनों के बीच सोशल साइट पर चैट भी हुई थी. एसीबी ने किसनाराम से पूछताछ के दौरान मोबाइल की जांच की तो यह खुलासा हुआ कि पूनाराम से भी चैट हुई है लेकिन एसीबी ने जिला प्रमुख से संपर्क करने का प्रयास किया तो पिछले दो दिन से उनका मोबाइल स्विचऑफ बता रहा है.
एसीबी के अनुसार किसनाराम जिस स्कूल में कार्यरत है वह आरएसएस से संबंधित है. वहीं, पूनाराम चौधरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नेता है. दोनों के बीच काफी नजदीकियां हैं. इसको लेकर एसीबी हर एंगल से पड़ताल के लिए निवर्तमान जिला प्रमुख से पूछताछ भी करेगी. जोधपुर एसीबी ने पकड़े गए तीनों आरोपियों को दो दिन की रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया. बता दें कि एसीबी ने 29 जुलाई को ठाकराराम और जोगाराम से 19.95 लाख रुपये भी बरामद किए थे.
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