भाजपा का अजमेर कलेक्ट्रेट पर जनाक्रोश महाघेराव छोटे जुलूस के रूप में तब्दील
अजमेर: राज्य की कांग्रेस सरकार के विरोध में मंगलवार को आयोजित भाजपा का अजमेर कलेक्ट्रेट का जनाक्रोश महाघेराव छोटे जुलूस के रूप में तब्दील होकर रह गया। भाजपा ने महाघेराव को आमजन के आक्रोश से जोड़ने का वादा किया, वह भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन तक ही सिमटकर रह गया है और बहुप्रचारित यह कार्यक्रम फ्लॉप शो साबित हुआ।
अग्रसेन सर्किल के निकट आयोजित भाजपा की जनसभा में तो खासी भीड़ रही लेकिन सभा खत्म होते-होते कई लोग जा चुके थे। इसके बाद पदाधिकारी, नेता और कार्यकर्ता दोपहर लगभग 2.30 बजे राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की अगुवाई में कलेक्ट्रेट का महाघेराव करने पहुंंचे।
कलक्ट्रेट के बाहर पुलिस ने पर्याप्त इंतजाम कर रखे थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कार्यकताओं को कलेक्ट्रेट में घुसने से रोकने के लिए बाहर दो चक्रिय बैरिकेडिंग लगा रखीं थीं। कुछ उत्साही कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और नारेबाजी करने लगे। कुछ बैरिकेडिंग गिरा दी गईं। बैरिकेडिंग पर चढ़े भारतीय जनता युवा मोर्चा के देहात अध्यक्ष अर्जुन नलिया को पुलिस ने पकड़ा और जमीन पर गिरा दिया। फिर उठाकर कलेक्ट्रेट के भीतर ले जाकर छोड़ दिया। उम्मीद के मुताबिक भीड़ एकत्रित नहीं होने का असर प्रदर्शन भी नजर आया। इसलिए प्रदर्शन इतना प्रभावी नहीं रहा। जितनी उम्मीद जताई जा रही थी। जितने लोग सभा में थे। उनके एक चौथाई भी प्रदर्शन भी शामिल नहीं हुए।
कलक्टर ने चैम्बर से बाहर आकर लिया ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की अगुवाई में भाजपा नेता कलक्टर को राज्यपाल कलराज मिश्र के नाम ज्ञापन देने गए। कलक्टर अंश दीप ने अपने कक्ष से बाहर आकर जोशी से ज्ञापन लिया। ज्ञापन में पेपर लीक की घटनाएं, आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा गिरफ्तारी, दुष्कर्म के बढ़ते मामले, प्रदेश में बढ़ता साम्प्रदायिक तनाव, बहुसंख्यकों पर लगाए प्रतिबंध, प्रदेश में अपराध का बढ़ता ग्राफ आदि बिंदु शामिल थे। भाजपा नेताओं ने जिला कलक्टर से कहा कि अजमेर अपराधियोें की शरण स्थली बन गया है। कांग्रेस शासन के दौरान अजमेर में शैक्षणिक, चिकित्सकीय व्यवस्थाएं ठप पड़ी हैं। पेयजल व्यवस्था चरमरा चुकी है। विकास के नाम पर भाजपा शासन मेें हुए कामों का लोकार्पण किया गया है। कोरोनाकाल में कांग्रेस सरकार ने अजमेर में राहत कार्य नहीं किए। जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग का काम साढ़े चार साल से ठप पड़ा है। शहर और गांवों में सड़कों की हालत खराब है। कोटड़ा क्षेत्र में तेलंगाना हाउस व चंद्रवरदाई नगर में अल्पसंख्यक छात्रावास का विरोध किया जा रहा है। लेकिन प्रशासन ने अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है। भाजपा नेताओं ने ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
प्रदर्शन के दौरान रास्ता जाम
भाजपा के जनाक्रोश महाघेराव के दौरान कलक्ट्रेट के सामने वाली सड़क पर पुलिस ने वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। इस कारण लोगों को लम्बा रास्ता तय करके जाना पड़ा।
जोशी बाहर, बाकी नेता अंदर
कुछ जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी प्रदर्शन के दौरान ही कलक्ट्रेट परिसर में जाकर खड़े हो गए। तब तक प्रदेश अध्यक्ष जोशी कार्यकर्ताओं के साथ बाहर ही खड़े थे।
पूनिया के हटते ही पोस्टर्स पर दिखा वंसुधरा का चेहरा
जनाक्रोश महाघेराव की सभा के दौरान भाजपा के पोस्टर्स में भी एक बदलाव नजर आया। पहले जब विधायक सतीश पूनिया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। तब पोस्टरों पर पूनिया की फोटो नजर आती थी। वहीं कई बार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की फोटो नजर नहीं आती है। लेकिन पूनिया के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटते ही अब पोस्टरों पर फिर से वसुंधरा राजे का चेहरा नजर आने लगा। सभा में आए लोगों में भी यह चर्चा का विषय रहा।
कौन कितनी भीड़ लाया?
जनाक्रोश महाघेराव के दौरान विधायक और पार्षद यह दावा करते नजर आए कि सबसे ज्यादा भीड़ वहीं लाए हैं। कई जनप्रतिनिधियोें ने आलाकमान को सूचित भी कर दिया कि वही सबसे ज्यादा भीड़ लाए हैं।