प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आमेर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं ने बाइक पर सवार होकर 75 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली। इस यात्रा का राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने श्री देवनारायण मंदिर से शुभारंभ किया। आमेर के विभिन्न गांवों से होकर निकली यह तिरंगा यात्रा भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच ही चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल, आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं के चेहरे पर मायूसी दिखाई दी। हालांकि, इसे यात्रा को बेहद सफल बताया गया है। लेकिन हकीकत इसके उलट है। आमेर विधानसभा क्षेत्र में निकाली गई यात्रा में विराट नगर, रामगढ, चौमु, कोटपूतली और आमेर तक से कार्यकर्ताओं को इक्ट्ठा किया गया।
तस्वीरों के माध्यम से हज़ारों की भीड़ एकत्र करने की बात कही गई परंतु हकीकत अलग ही रही। प्रदेश अध्यक्ष की सिर्फ अपने ही विधानसभा क्षेत्र में यात्रा निकालने से कार्यकर्ताओं में मायूसी जरूर है। जयपुर की 10 सीटों में से भाजपा के 3 सीट हैं। जिसमें भी जयपुर ग्रामीण अभी सम्मिलित नहीं की गई है। जयपुर में बीजेपी की स्थिति नाजुक है। ऐसे में आमेर को यात्रा में सम्मिलित न करने से अच्छे संकेत नहीं दिखाई दे रहे है।
यह दी थी सलाह
जयपुर में आयोजित हुए टॉक जर्नलिज्म शो में पूनिया के बयान पर सीएम के सलाहकार और सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि डॉ. सतीश पुनिया दो बार विधानसभा चुनाव हारने के बाद पहली बार जीते है। हिम्मत है तो इस बार आमेर से ही फिर चुनाव लड़ना, पता चल जाएगा आमेर कितना कांग्रेस मुक्त है। सतीश पूनिया ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कई बार मुख्यमंत्री गहलोत पर जुबानी हमले किए। राजधानी छोड़ कर आमेर विधानसभा में भाजपा प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया ने तिरंगा यात्रा निकाली। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने आमेर में अपनी पकड़ दिखाने का प्रयास किया है।