अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क को बिपरजॉय ने किया मालामाल

Update: 2023-06-21 12:55 GMT

कोटा: बिपरजॉय प्रदेश में जहां आफत बनकर टूटा वहीं, कोटा में राहत बनकर बरसा। तूफान की दस्तक से जून की भीषण गर्मी, सुहाने मौसम में बदल गई। आसमान से बरसते आग के अंगारे ठंडी हवाओं के झौके में तब्दील हो गए। मौसम खुशगवार हुआ तो अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क चंद दिनों में ही मालामाल हो गया। दरअसल, चक्रवात की आहट से पिछले दिनों से मौसम खुशनुमा बना रहा। जिससे बायोलॉजिकल पार्क में पर्यटकों की तादाद बढ़ने से 19 दिनों में ही 2.52 लाख से अधिक की कमाई हो गई। हालांकि, जनवरी से अब तक पार्क 19.54 लाख से ज्यादा की कमाई कर चुका है। वहीं, वन्यजीव विभाग की कोशिशों से पर्यटकों का नजरिए में भी बदलाव आया है।

19 दिन में पहुंचे 7 हजार से ज्यादा सैलानी

बिपरजॉय चक्रवात के असर से जून की भीषण गर्मी छू-मंतर हो गई। मौसम सुहाना होने से 7 हजार से ज्यादा पयर्टक वन्यजीवों के दीदार को बायोलॉजिकल पार्क पहुंचे। जिससे सरकार को 19 दिन में ही 2 लाख 52 हजार 670 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। मौसम सही रहने पर कमाई का यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है।

जनवरी में ही कमा लिए 5.51 लाख से ज्यादा

गत वर्ष से लॉयन और टाइगर लाने की सुगबुगाहट ने पर्यटकों की उत्सुकता बढ़ा दी थी। शेर व बाघ की तैयारियां और वन्यजीवों के दीदार को ही 13 हजार 180 पर्यटक जनवरी में बायोलॉजिकल पार्क पहुंच गए। जिससे पार्क को कुल 5 लाख 51 हजार 450 रुपए की कमाई हो गई। हालांकि, यह आंकड़ा पिछली जनवरी के मुकाबले कम है। उस समय बायोलोजिलक पार्क ने करीब 10 लाख का आंकड़ा छू लिया था। लेकिन, इसकी वजह इसी माह में ही बायोलॉजिकल पार्क को दर्शकों के लिए खोला जाना था।

दूसरे में घटी तो तीसरे माह में बढ़ी आय

फरवरी में 5 हजार 621 पर्यटकों से 2 लाख 21 हजार 610 रुपए की आय हुई। लेकिन कमाई का आंकड़ा अगले ही मार्च माह में फिर से बढ़ गया। क्योंकि, इस समय शेरनी और बाघ-बाघिन अभेड़ा की जमीन पर कदम रख चुके थे। जिन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए पर्यटक उत्साहित थे। नतीजन, 26 मार्च तक पार्क को 3 लाख 7 हजार 740 रुपए की कमाई हो चुकी थी।

लॉयन, भालू और लोमड़ी लाने की तैयारी

वन विभाग बायोलोजिकल पार्क में वन्यजीवों की संख्या बढ़ाने की तैयारियों में जुटा है। साथ ही पर्यटकों के लिए सुविधाएं भी विकसित करने के प्रयास जारी हैं। उदयपुर के सज्जनगढ़ से बब्बर शेर अली व भालू, लोमड़ी सहित अन्य वन्यजीवों को लाने की तैयारियां की जा रही है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए ई-रिक्शा व कैफेटेरिया संचालन की कोशिश भी की जा रही है।

लॉयन-टाइगर की रिलीज से बंपर कमाई

अप्रेल माह में अमूमन पर्यटकों की संख्या कम हो जाती है, क्योेंकि गर्मी बढ़ने के साथ ही लोगों का नजरिया भी बदल जाता है। लेकिन, इस वर्ष बायोलोजिकल पार्क ने लॉयन-टाइगर की रिलीज के साथ ही पिछले साल अप्रेल में हुई कमाई के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी 6 हजार 205 की बढ़ोतरी हुई है। वन्यजीव विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, गत वर्ष अप्रेल में 1 हजार 723 पर्यटकों से मात्र 76 हजार 660 रुपए की कमाई हुई थी। जबकि, इस वर्ष बायोलोजिकल पार्क 7 हजार 928 पर्यटकों के साथ 3 लाख 35 हजार 570 रुपए की आय कर चुका है।

बाघ-बाघिन और शेरनी आने के साथ ही लोगों की शिकायतें बंद हो गई। साथ ही पर्यटकों का बायोलॉजिकल पार्क के प्रति रुझान बढ़ा है। मौसम खुशनुमा होने से बड़ी संख्या में शहरवासी परिवार के साथ टाइगर-लॉयन के दीदार को पहुंच रहे हैं। वहीं, बब्बर शेर अली, भालू, लोमड़ी सहित अन्य वन्यजीव भी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जाइका प्रोजेक्ट में 20 करोड़ का बजट स्वीकृत करवाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि शेष एनक्लोजर बनने से अन्य एनिमल लाए जा सके। वहीं, लोगों की सुविधा के लिए कैफेटेरिया का निर्माण करवाया जा सके।

- सुनील गुप्ता, डीएफओ, वन्यजीव विभाग 

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