बेगूं थाना पुलिस ने चित्तौड़गढ़ एसपी श्रीमती प्रीति जैन के निर्देशन में चलाए जा रहे संपत्ति संबंधी अपराधियों की धरपकड़ अभियान के तहत दुपहिया वाहन चोरी के मामले में बाइक चोर-गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए बाइक चोर गिरोह से 16 मोटरसाइकिल भी बरामद की है. चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस सादे कपड़ों में कई दिनों तक जोगणिया माता मंदिर के बाहर और संभावित जगहों पर निगरानी रखे हुई थी. यह बाइक आरोपियों ने चित्तौड़गढ़, बेगूं, पारसोली के अलावा मांडलगढ़, कनेरा, नीमच, एमपी से चुराई है.
बेगूं CI रतन सिंह कितावत ने बताया कि पिछले कई दिनों से मांडना और जोगणिया माता से मोटरसाइकिल चोरी हो रही थी, इसको रोकने के लिए एक टीम का गठन किया गया, इसके बाद पुलिस सादे कपड़ों में श्रद्धालु बनकर जोगणिया माता मंदिर के गुर्जर गेट के बाहर लगातार कई दिनों तक निगरानी रखी है. पुलिस का दल कई दिनों से वहां तैनात था और 18 जून को वहां एक व्यक्ति सुनसान जगह पर खड़ी मोटरसाइकिल के आसपास मंडराने लगा, इसे देखकर जब पुलिस को शक हुआ तो व्यक्ति को डिटेन कर थाने लाए और जब उससे नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम बिजयपुर निवासी कालू लाल पुत्र चंदन लाल प्रजापत बताया.
पुलिस ने कालूलाल से जब पूछताछ की तो उसने कुछ नहीं बताया लेकिन उस पर शक होने के कारण विजयपुर थाने से उसके बारे में रिकॉर्ड का पता किया गया. विजयपुर पुलिस के अनुसार पहले भी मोटरसाइकिल चोरी करने के आरोप में कालूलाल जेल में बंद रहा है. जेल से छूटने के बाद वह लंबे समय से जोगणिया माता और बानोड़ा बालाजी के क्षेत्र में रहने लगा. थाने में जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने एक मोटरसाइकिल मांडणा से फरवरी महीने में चुराई थी. बेगूं थानाधिकारी रतन सिंह ने बताया कि कालू प्रजापत से और पूछताछ की तो उसके बताएं अनुसार बाइक बरामद कर ली गई.
पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर बेगूं, बानोड़ा बालाजी, जोगणिया माता, चित्तौड़गढ़, कनेरा, मांडलगढ़, भीलवाड़ा, नीमच, एमपी के कई जगहों से बाइक चुराई है. इस पर पुलिस ने उसके तीन अन्य साथी नारायण लाल रेगर, विजयपुर निवासी सोनू मेघवाल और बस्सी निवासी जसवंत नगर को भी गिरफ्तार कर लिया है. सभी से पूछताछ के दौरान पुलिस ने विभिन्न कंपनी जैसे अपाची, हीरो होंडा, स्प्लेंडर प्लस, एचएफ डीलक्स के 16 मोटरसाइकिल बरामद की है. बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करने में गठित की गई पुलिस टीम में ASI रमेशचन्द्र, हेड कॉन्स्टेबल गुलाबचंद्र, कॉन्स्टेबल महेंद्र, मुकेश, धमेंद्र, श्रीमान, राजेन्द्र, मुखराम, गोविंद, विकास, सुरेंद्रसिंह, बेनिगोपाल शामिल रहे.