Bharatpur: जलझूलनी एकादशी के अवसर पर जिलेभर में जल महोत्सव का हुआ आयोजन

Update: 2024-09-14 10:40 GMT
Bharatpur भरतपुर  । अच्छे मानसून की खुशी में बांधों व जलाशयों के लबालब होने पर राज्य सरकार के निर्देश पर जलझूलनी एकादशी पर जिलेभर के जलाशयों एवं जल स्रोतों पर जल महोत्सव का आयोजन कर विशेष पूजा अर्चना कर, प्रकृति एवं ईश्वर का आभार व्यक्त किया गया।
जिला स्तरीय समारोह सेवर स्थित बृजेन्द्र बिहारी मन्दिर के कुंड पर आयोजित किया गया जिसमें परिवहन आयुक्त एवं जिला प्रभारी सचिव सुचि त्यागी, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव सहित अधिकारियों ने विशेष पूजा में भाग लिया। महिलाओं के द्वारा परंपरागत लोकगीतों के माध्यम से अच्छी वर्षा एवं अच्छी फसल के लिए ईश्वर का आभार व्यक्त किया गया।
जिला प्रभारी सचिव ने कहा कि अच्छी वर्षा से ही खेतों में फसलें लहराती है, जीव-जन्तु एवं प्रकृति का विकास भी वर्षा पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि लम्बे समय बाद अच्छी वर्षा प्रकृति एवं मानव जीवन के लिए वरदान है। आदिकाल से वर्षा के समय जल स्रोतों पर विशेष पूजा अर्चना की परम्परा का उद्देश्य जल संरक्षण के महत्व को प्रदर्शित करता है। संभागीय आयुक्त ने कहा कि अच्छी वर्षात ही खुशहाली का प्रतीक है, इसबार प्रकृति की मेहरबानी से सभी जल स्रोत पानी से लबालब है। यह जल आने वाले समय में फसलों में अमृत का काम करेगा। उन्होंने कहा कि जल महोत्सव का उद्देश्य जल की महत्ता को बताकर इसे सहेजना है।
जिला कलक्टर डॉ. यादव ने बताया कि इस बार जिले में जल संग्रहण की स्थिति पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले काफी अच्छी रही है। जल से ही फसले होती है और जल खुशहाली का प्रतीक भी रहा है। उन्होंने कहा आने वाली पीढ़ियों के लिए जल को सहेजकर रखने की परम्परा आदिकाल से चली आ रही है इसे हमें बनाये रखना होगा। उन्होंने कहा कि जल झूलनी एकादशी के दिन हर्ष एवं उल्लास में शामिल होने के लिये जिले के सभी जलाशयों, बांधों, नदियों एवं जल स्रोतों पर जल महोत्सव आयोजित कर देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना कर प्रकृति को धन्यवाद ज्ञापित किया जा रहा है।
विशेष पूजा अर्चना की-
परिवहन आयुक्त एवं जिला प्रभारी सचिव सुचि त्यागी, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने बृजेन्द्र बिहारी मन्दिर के कुण्ड पर विधि विधानपूर्वक विशेष पूजा अर्चनाकर प्रकृति एवं ईश्वर का आभार व्यक्त किया। स्थानीय महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर परम्परागत लोकगीतों के द्वारा जलस्रोतों की महत्ता को प्रदर्शित किया। सभी उपस्थित जनसमूह को जल संरक्षण की परम्परा की शपथ दिलाई गई। समारोह में नगर निगम आयुक्त राहुल श्रीवास्तव, घना निदेशक मानससिंह, डीएफओ, गणेश वर्मा, सीईओ जिला परिषद वीरेन्द्र सिंह, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता देवीसिंह, अधिशाषी अभियंता बनैसिंह, सीएमएचओ डॉ. गौरव कपूर, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ. खुशीराम मीना, उप निदेशक उद्यानिकी विभाग जनकसिंह सहित अधिकारियों ने भाग लिया।
जिलेभर में मनाया जल महोत्सव-
जिला परिषद सीईओ डॉ. वीरेन्द्रसिंह ने बताया कि जिले की सभी पंचायत समितियों, गांम पंचायत मुख्यालयों पर पंचायतीराज संस्थाओं के द्वारा जल महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किये गये। जल संशाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता देवीसिंह बेनीवाल ने बताया कि विभाग के बंध बारेठा, चिकसाना, अजान बांध खानुआ बांध, गम्भीर नदी, बांणगंगा पर भी जल महोत्सव का आयोजन कर प्रकृति एवं ईश्वर को ध्यनवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, काश्तकार, आमजन, पशुपालक ने बड़ी संख्या में भागीदारी निभाई। जल महोत्सव से जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, जलग्रहण विकास, वन विभाग, जलदाय विभाग, भूजल विभाग, नगरीय विकास विभाग एवं स्वायत शासन विभाग के अधिकारी एवं कार्मिक शामिल हुए।
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