भरतपुर करिश्मे की दरकार, दुर्गंध से दुश्वार हो रही सैर

Update: 2023-07-24 11:24 GMT

भरतपुर: भरतपुर जिस मैदान पर कभी इंटरनेशनल हॉकी प्लेयर ने जादुई छड़ी घुमाई थी। आज उसकी दुर्दशा हर किसी को आहत कर रही है। जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से विमुख होते नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि मैदान के चारों ओर दुर्गंध का साम्राज्य है। इसके चलते सुबह की सैर पर यहां पहुंचने वाले लोग खासे परेशान हो रहे हैं। मैदान की सारसंभाल को करीब तीन करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी यहां स्थिति बदहाल है। आलम यह है कि यूआईटी एवं एमएसजे कॉलेज प्रशासन मैदान की जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालते नजर आ रहे हैं।

ऐसे में मैदान की सूरत संवरने का नाम नहीं ले रही है। इस मैदान करीब 12 दिन पहले मेला लगा था। मेला खत्म होने के बाद याहं साफ-सफाई भी नहीं कराई गई है। इसके चलते सुबह की सैर पर आने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। वह प्रशासन को कोसते नजर आ रहे हैं। यूआईटी के जेईएन नवीन ने बताया कि करीब तीन साल पहले एमएसजे कॉलेज मैदान में तीन करोड़ रुपए की लागत से मैदान में भवन की मरम्मत, जमीन में मिट्टी डलवाने, पार्किंग व भवन के समीप इन्टरलॉकिग रेलिंग का काम कराया था। यह अभी एमएसजे कॉलेज के अंडर में है। वहीं एमएसजे कॉलेज प्राचार्य ओमप्रकाश सोलंकी का कहना है कि जब से एमएसजे मैदान का काम हुआ है, तब से यह परिसर यूआईटी के कब्जे में है। मेले का किराया 16 हजार 500 रुपए आया। साफ-सफाई की व्यवस्था मेला संचालकों को करनी थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

घूमने के लिए परेशान, खेलों पर विराम

मैदान में मेला लगा था। लोगों को घूमने में समस्या हो रही है। गंदगी के चलते लोगों को दुर्गंध का समाना करना पड़ रहा है, जब भी कोई भूमि दी जाती है तो इसमें शर्त होती है कि इसकी साफ-सफाई करके जाएंगे, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। लक्ष्मण मन्दिर से यहां घूमने आते हैं, लेकिन यहां भी मैदान के हाल बेहाल हैं। इस ओर किसी भी अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है। गन्दगी होने के कारण घूमने में समस्या हो रही है। जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसके चलते लोग परेशान हैं।

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