राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह में आवासित बालक अध्ययन कर अपने व्यवहार एवं चरित्र में सुधार कर सकें, इसके लिए डॉ. समिधा जौहरी ने बच्चों को पुस्तकें, नोटबुक एवं स्टेशनरी प्रदान की। उन्होनें सभी बच्चों को निरन्तर अध्ययन करने तथा सम्प्रेक्षण गृह में रहते हुए समय का सदुपयोग करने की बात कही। उन्होनें बालकों को आश्वस्त किया कि अध्ययन के लिए किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता हो तो निःसकोच बताएं तथा जो बालक नियमित अध्ययन नहीं कर सकते है वो बालक ओपन स्कूल से अपना अध्ययन पूर्ण करें। उल्लेखनीय है कि डॉ. जौहरी समय-समय पर सम्प्रेक्षण गृह में आकर बालकों को नैतिक एवं चारित्रिक शिक्षा प्रदान करतीं है तथा बालकों को उनकी आवश्यकतानुसार शिक्षण, प्रशिक्षण, पुस्तकें एवं अन्य सामग्री के साथ-साथ बालकों को कौशल प्रशिक्षण भी उपलब्ध करवा रही है। व्यावसायिक प्र6िाक्षण से सम्बधित समस्त खर्चा डॉ. जौहरी ही वहन कर रहीे है। इस अवसर पर विभाग के सहायक निदेशक डॉ. पवन पूनियॉ, परिवीक्षा अधिकारी प्रिया चौधरी, अध्यापिका सविता गोदारा, सरंक्षण अधिकारी विकास कुमार, छात्रावास अधीक्षक रामनिवास, विजय बिजारिणयां, महेश मांजू, तथा मुकेश कुमार सहित सम्प्रेक्षण गृह के समस्त कार्मिक उपस्थित थें।