बेनीवाल बोले- छात्र राजनीति को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते

नहीं बढ़ने देना चाहते

Update: 2023-08-18 14:07 GMT
राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव रद्द करने के फैसले का लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल राजस्थान यूनिवर्सिटी पहुंचे। जहां उन्होंने कांग्रेस सरकार के साथ बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा। बेनीवाल ने कहा- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री तो बन गए। वह खुद यूनिवर्सिटी का चुनाव हार गए थे। यही वजह है कि वह छात्र राजनीति को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। इसलिए उन्होंने चुनाव रद्द करने का फैसला किया।
बेनीवाल ने कहा- भले ही गहलोत साहब मेरी इस बात से नाराज हो जाएं कि 40 साल पुरानी बातों का जिक्र क्यों कर रहा हूं। यह हकीकत है कि वह छात्र राजनीति में फेल हो गए थे। इसी वजह से उन्हें छात्रसंघ चुनाव से तकलीफ हो रही है। जबकि बीजेपी के नेता भी चुपचाप बैठकर सत्ता का सुख भोगने का इंतजार कर रहे हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी छात्रसंघ चुनाव के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी। आज सबसे पहले छात्रों का प्रतिनिधिमंडल सरकार से मिलेगा। अगर उसमें कोई सकारात्मक फैसला नहीं हुआ। कल से हम प्रदेशभर में आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
राजस्थान यूनिवर्सिटी में पिछले 6 दिन से चल रहे छात्रों के धरने में पहुंचे सांसद बेनीवाल ने कहा- राजस्थान सरकार ने विश्वविद्यालय की स्वायत्तता को कम करने के साथ ही छात्रसंघ पदाधिकारियों को भी कमजोर किया है। क्योंकि सरकार में बैठे मंत्री, विधायकों और सांसदों को उनसे चिड़ मचती है। उन लोगों को डर लगता है। कहीं यूनिवर्सिटी से आया नेता उनकी राजनीति खतरे में नहीं डाल दे। क्योंकि जो नेता छात्र राजनीति से आते हैं। वह आम नेताओं के मुकाबले ज्यादा निर्भीक, निष्पक्ष और मजबूत होते हैं। कुछ ऐसे नेता भी होते हैं। जिन्हें छात्र नेताओं से जलन होती है। यह वह लोग होते हैं, जो छात्रसंघ चुनाव हारे हुए हैं। बाद में बड़े राजनीतिक पद पर बैठे हैं। जैसे अशोक गहलोत हैं।
1998 भी छात्रसंघ चुनाव बंद करने का फरमान हुआ था जारी
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा- जब मैं छात्र राजनीति में सक्रिय था। तब साल 1998 में सरकार ने छात्रसंघ चुनाव बंद करने का फरमान जारी कर दिया था। उस वक्त मेरे से जो चुनाव हारे थे। वह सारे नेता मेरे कार्यालय में आए। उन्होंने मुझे कहा- आप तो अध्यक्ष का चुनाव जीत नेता बन गए हो। अब हमारा क्या होगा सरकार ने चुनाव ही बंद करने का फैसला ले लिया है। उसके बाद हम सब छात्र नेताओं ने मिलकर लड़ाई लड़ी। उसी का परिणाम था कि तब 3 महीने बाद छात्र संघ चुनाव हुए। वैसे ही सरकार को इस बार भी छात्रसंघ चुनाव करवाने ही पड़ेंगे।
निवर्तमान पदाधिकारियो को शर्म आनी चाहिए
बेनीवाल ने कहा- पिछले साल जब छात्रसंघ चुनाव का आयोजन हुआ। उसमें जो छात्र नेता जीत कर आए। उन्हें शर्म आनी चाहिए। उनकी भी ड्यूटी बनती है। आज जब सरकार छात्रसंघ चुनाव बंद कर रही है। वह आम छात्रों की लड़ाई लड़नी चाहिए। वह लोग भी चुप्पी साधे बैठे हैं।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने पिछले 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त करवाई।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने पिछले 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त करवाई।
विधायकों को CM से करनी चाहिए बात
उन्होंने कहा- राजस्थान में आज जो विधायक छात्र राजनीति से चुनकर आए हैं। वह भी नहीं चाहते कि छात्र संघ चुनाव हो। अगर वह लोग ही चाहते हैं। छात्रसंघ चुनाव हो। अगर इस मांग को लेकर सभी विधायक एकजुट होकर मुख्यमंत्री के पास जाते। तो 1 मिनट में फिर से छात्रसंघ चुनाव बहाल हो जाते। लेकिन राजस्थान के विधायक भी अब छात्र राजनीति से डर रहे हैं।
जयपुर का करेंगे घेराव
लेकिन मैं पूरी तरह से राजस्थान की युवा शक्ति और हम छात्रों के साथ हूं। मैने आज तक जो भी लड़ाई हाथ में ली है। उसमें वक्त जरूर से लगा है। लेकिन जीत जरूर मिली है। हनुमान बेनीवाल के आंदोलन के आगे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी झुकना पड़ा था। तो राजस्थान की सरकार कहां अड़ती है। वैसे भी यह सरकार तो जाने वाली है। अगर सरकार ने जल्द आम छात्रों की मांगों को पूरा नहीं किया। तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजधानी को घेरेगी। उसी दिन छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हो जाएगी। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी पूरी तरह युवाओं के साथ है। हम ईट से ईट बजा देंगे। लेकिन हर कीमत पर छात्रसंघ चुनाव का आयोजन करवा कर ही दम लेंगे।
शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल राजस्थान यूनिवर्सिटी पहुंचे।
शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल राजस्थान यूनिवर्सिटी पहुंचे।
बीजेपी में 12 दूल्हे एक लुटेरी दुल्हन है
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। सरकार पूरी तरह से अस्थिर हो गई है। कभी किसी को मंत्री पद से हटाते हैं। तो कभी किसी अधिकारी को हटाते हैं। सरकार में मौजूद मंत्री नेताओं को ही समझ में नहीं आ रहा कि आखिर क्या हो रहा है। वहीं, बीजेपी में बारा दूल्हे और एक लुटेरी दुल्हन कांग्रेस के भागने का इंतजार कर रही है। जबकि मैं अकेला इन सब से लड़ रहा हूं। मैं नहीं पूरे राजस्थान को अच्छे से नाप लिया है। बस थोड़ा गुर्जर और मीणा वाले इलाके से मेरे साथ एक दो ढंग के बड़े नेता साथ आ जाएं। तो राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की विधानसभा में 125 से ज्यादा सीटें आएंगी।
विधानसभा-लोकसभा की तर्ज पर हो छात्रसंघ चुनाव
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव सिर्फ इस बार ही नहीं बल्कि, हर साल होने चाहिए। जैसे लोकसभा, विधानसभा और निकाय पंचायत के होते है। इसके लिए प्रदेशभर के युवाओं की एक संघर्ष समिति बनाई जाएगी। जिसका प्रतिनिधिमंडल आज ही सरकार से बातचीत के लिए जाएगा। वहीं प्रदेश स्तर पर सांसद और विधायकों से मैं इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा। ताकि राजस्थान के युवाओं को न्याय मिल सके। लेकिन अगर सरकार ने समय रहते हमारी मांग को पूरा नहीं किया। तो कल से ही राजस्थान में युवाओं के बड़े आंदोलन की शुरुआत होगी।
हारे हुए नेता को फिर से मिले मौका
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि 7-8 सालों से छात्र यूनिवर्सिटी चुनाव के लिए मेहनत कर रहे हैं। अब आखरी वक्त में सरकार धनबल और बाहुबल का हमारा देकर चुनाव रद्द कर रही है। जो पूरी तरह से गलत है। अगर हमारी पार्टी सरकार के आसपास भी आ गई। तो हम लिंगदोह की सिफारिश को हटा देंगे। उसके बाद अगर कोई एक बार चुनाव हार गया। तो वह फिर से चुनाव लड़ सकेगा। मैं भी पहली बार में चुनाव हार गया था। अगर तब लिंगदोह कमिटी होती। तो मैं भी अध्यक्ष नहीं बन पाता।
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