बीकानेर के खाजूवाला में भी होगी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत

राज्य की पश्चिमी सरहद पर भी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

Update: 2022-01-26 09:45 GMT

राज्य की पश्चिमी सरहद पर भी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए खाजूवाला का चयन किया है। यहां पंजाब में वाघा-अटारी बॉर्डर पर होने वाले रिट्रीट समारोह के सीन को रीक्रिएट कर दर्शकों को दिखाया जाएगा। इस सेरेमनी में फर्क सिर्फ इतना ही होगा कि यहां हमारे बीएसएफ जवानों के सामने पाक रेंजर्स नहीं होंगे। खाजूवाला में बीएसएफ की 114 बटालियन हैं, यहां करीब 22 बीघा जमीन खाली पड़ी है। 15 बीघा पर केंद्रीय विद्यालय बनेगा और 5 बीघा जमीन रिट्रीट समारोह के लिए तैयार की जाएगी। बीएसएफ डीआईजी और खाजूवाला बीडीओ के बीच इसे लेकर मीटिंग हो चुकी है। रिट्रीट सेरेमनी हर रविवार को होगी ताकि छुट्टी होने के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देखने पहुंच सकें।

भारत-पाक की चौकियां देखने लगेगी बिग स्क्रीन
बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के दौरान दर्शक भारत-पाक की सीमा चौकियों के देख सकें इसके लिए बिग स्क्रीन लगाई जाएगी। इस स्क्रीन पर पाक चौकियों पर हो रहीं गतिविधियों को लोग देख सकेंगे। इस सेरेमनी का लाइव प्रसारण कराने का भी प्रयास किया जा रहा है।
बॉर्डर टूरिज्म पर फोकस
खाजूवाला में बॉटिंग रिट्रीट समारोह शुरू होने के बाद बीकानेर में बॉर्डर टूरिज्म को विकसित करने की दिशा में कई काम होंगे। इससे पहले सीमा दर्शन के तहत साचू को डवलप किया जा चुका है। यहां बॉर्डर देखने के लिए व्यू -पॉइंट बनाया गया है और अब वार ट्रॉफी के रूप में दो टैंक लगाने की तैयारी है। बता दें कि साचु सीमा पर भारत और पाक के बीच दो युद्ध लड़ गए हैं।
दो सीमा चौकियों पर जा सकेंगे लोग
खाजूवाला के करीब 20 किमी दूर भारतीय सीमा चौकी हिमगिरी और कोडेवाला को जनता के लिए खोलने की योजना है। बीकानेर से खाजूवाला की दूरी 120 किमी है। लोग दिन में इन चौकियों पर भ्रमण कर सकेंगे और शाम को रिट्रीट सेरेमनी देख सकेंगे। हिमगिरि और कोडेवला पोस्ट को विकसित किया गया है, वीआईपी विजिट यहीं पर होती है।

सिर्फ अटारी बॉर्डर पर होती है रिट्रीट सेरेमनी
देश में केवल अटारी बॉर्डर पर ही बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का होती है। अमृतसर से 26 किमी दूर अटारी के सामने पाकिस्तान की बाघा पोस्ट है। बीएसएफ के जवान और पाक रेंजर रोजाना संयुक्त परेड कर राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक उतारने की रस्म अदा करते हैं। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं। कोरोना के कारण फिलहाल होने के यहां आने पर रोक लगाई गई है।

जवानों को किया जा रहा तैयार
अटारी बॉर्डर की तर्ज पर खाजूवाला में भी रिट्रीट समारोह का आयोजन किया जाएगा। ड्रिल के लिए जवानों को तैयार किया जा रहा है। हर रविवार को रिट्रीट सेरेमनी देखने लोग यहां आ सकते हैं। इससे बच्चों और युवाओं में देश भक्ति की भावना को बढ़ावा मिलेगा। खाजूवाला पंचायत को ट्रैक तैयार करने के लिए जल्द एनओसी दे दी जाएगी।
पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, डीआईजी, बीएसएफ


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