Baran बारां । उपनिदेशक डॉक्टर रमेश कुमार सावंत ने बताया कि हरियालो राजस्थान कार्यक्रम के अंतर्गत आर्युवेद विभाग बारां द्वारा लगभग 300 औषधीय पौधों का वृक्षारोपण राजकीय आयुर्वेद रसायन शाला केलवाड़ा में चिकित्सकों द्वारा किया गया इसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे जैसे अमलतास, हारसिंगार, सहजन, अर्जुन, शाल्मली, शीशम, कांचनार, बहेड़ा, वंश, रुद्राक्ष, पारस पीपल, महुआ, सिरिष, करंज, आदि पौधों का वृक्षारोपण करते हुए विभाग द्वारा पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ ली गई।
राजस्थान सरकार के हरित राजस्थान कार्यक्रम के अंतर्गत विभाग के उपनिदेशक महोदय ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण तथा विभिन्न पेस्टीसाइड का अत्यधिक मात्रा में उपयोग से प्रत्येक घर में बीमारियों का आवास हो गया है, जिससे बचने के लिए सभी को अपने घर के नजदीक कम से कम तीन औषधीय पौधों का वृक्षारोपण करके उनका संवर्धन करना चाहिए। जिसमें गिलोय, तुलसी, अश्वगंधा, कालमेघ, सुदर्शन आदि पौधे अपने घरों के नजदीक में लगाना अति आवश्यक है सहायक निदेशक डॉ अजय नागर ने बताया कि बाजार से खरीदी हुई दवाइयां की अपेक्षा यदि हम औषधि पादपो से दवाई एकत्रित करके उनको चिकित्सक की सलाह के अनुसार उपयोग करें तो वह रोग को मिटाने में ज्यादा कारगर साबित होगी। कार्यक्रम में आयुर्वेदिक चिकित्सा संघ के अध्यक्ष डॉ हेमराज सेन महासचिव डॉक्टर कमलेश कवरिया, डॉ गिरधर गोपाल चौरसिया, डॉ राजकुमार गोयल, डॉ प्रताप मेहता, डॉ राकेश वेदवाल, डॉ जुगल किशोर मीणा, डॉ रितु चंदेल, डॉ निशा मीणा, डॉ भारती नागर, डॉ सुरभि पंकज, डॉ पिंकी जैन, डॉ छाया त्यागी, डॉ श्याम मनोहर शर्मा, डॉ कुलदीप मीणा, डॉ मधुसूदन मीणा, डॉ रामनिवास नागर, डॉ पीयूष नागर, डॉ पवन, डॉ प्रदीप शर्मा, डॉ देवकरण शर्मा, डॉ प्रवीण जैन, डॉ राजेंद्र मीणा उपस्थित रहे।