Baran बारां। जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने शुक्रवार को जिले उर्वरक स्टोक का औचक निरीक्षण कर खाद वितरण व्यवस्था का लिया जायजा। कलक्टर ने जिले में उर्वरकों के उचित वितरण व्यवस्था के लिए विक्रय परिसरों को देखा और यथा स्थिति जानने ग्रामों का भ्रमण कर किसानों से मुलाकात कर अद्यतन स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों के माध्यम से प्रदान किए जाने वाले खाद वितरण व्यवस्था, पोस मशीन की जांच व भण्डारण इत्यादि का अवलोकन किया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि खाद वितरण व्यवस्था पूर्ण पारदर्शी और सुलभ हो। वितरण व्यवस्था में कहीं भी त्रुटि ना हो का विशेष ध्यान रखा जाए। यदि किसानों अथवा अन्य स्त्रोतो से खाद वितरण व्यवस्था में गड़बड़ी की सूचनाएं प्राप्त हुई, तो संबंधितों पर कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर ने डीएपी के स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर डीलर्स को निर्देश दिए कि किसानों को जागरूक कर डीएपी के स्थान पर एसएसपी और एनपीके खाद का उपयोग करवाएं तथा किसानों को अनावश्यक कोई अटेचमेंट नहीं दिया जाए। उन्होंने संबधित विभागीय अधिकारियों को जिले में खाद बीज की उपलब्धता एवं वितरण की सुनिश्चित करने, उर्वरक विक्रेताओं का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा किसानों को खाद बीज को लेकर परेशानी नहीं होनी चाहिए।
जिला कलक्टर ने उर्वरक विक्रय केंद्रों के निरीक्षण के बाद ग्राम सुन्दलक के खेतों में पहुंचकर किसानों से की मुलाकात कर जायजा लिया। उन्होंने किसानों से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में एवं खरीफ मौसम की फसलों के लिए संपादित किए जा रहे धान की फसल की कटाई प्रयोग के बारें में जानकारी ली। उन्होंने फसल कटाई प्रयोग में खेत में निर्धारित माप के प्लाट के चयन से लेकर तुलाई के बारें में समस्त प्रक्रिया की बारिकी से मौके पर जानकारी लेकर चर्चा की। उन्होंने किसानों से कीटनाशक छिड़काव, संभावित पैदावार, कटाई के समय की जानकारी ली। उन्होंने किसानों से रबी फसल की बुवाई में डीएपी के उपयोग व उपलब्धता के बारें जानकारी लेकर संबधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने किसानों को डीएपी के स्थान पर एसएसपी और एनपीके खाद के प्रयोग करने के लिए जागरूक किया। उन्होंने कृषि अधिकारियों को जिले में खाद बीज की आवश्यकता के अनुसार वितरण एवं उपलब्धता सुनिश्चिता के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान तहसीलदार दशरथ मीणा, तहसीलदार महेन्द्र पारवेन्दु, सहायक निदेशक कृषि धनराज मीणा सहित पटवारी व बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।