जयपुर: प्रदेश के 180 शहरों में करीब 5200 करोड़ की पेयजल स्कीम व प्रोजेक्ट का काम जलदाय विभाग (पीएचईडी) के बजाए अब स्वायत्त शासन विभाग का रूडसिको करवाएगा। जबकि डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) जलदाय विभाग ने बनवाई है। अकेले जयपुर शहर में अमृत में 1300 करोड़ के काम होंगे। जयपुर ग्रेटर निगम क्षेत्र में 730 और जयपुर हेरिटेज निगम क्षेत्र में 570 करोड़ के काम होंगे। रूडसिको पाइपलाइन, टंकियों व पंपहाउस आदि बनाकर ऑपरेशन व मेंटेनेंस के लिए जलदाय विभाग को ट्रांसफर करेगी।
मालूम हो कि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल हैं, जबकि जलदाय विभाग के मंत्री महेश जोशी हैं। अमृत-2.0 में 24 घंटे आपूर्ति, स्मार्ट मीटर व वाटर रीसाइकिल प्लांट लगाने के काम होंगे। जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता का कहना है कि स्वायत्त शासन विभाग (एलएसजी) ही नोडल है। भारत सरकार से उनका ही संपर्क रहता है। पहले अमृत-2.0 के काम अमृत-1.0 की तरह जलदाय विभाग को करने थे लेकिन अब रूडसिको से कराने के आदेश आए हैं।