सीकर। सीकर सीकर रोडवेज आगार के एटीआई के खिलाफ एसीबी में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज हुआ है। आरोपी एटीआई विजयसिंह ने परिवादी को अपने अधिकारी के नहीं होने का नाम लेकर दूसरे दिन बुलाया। इससे वह ट्रेप होने से बच गया। एसीबी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि जोधपुर के रामसागर चौराहा निवासी लालसिंह पुत्र रामसिंह ने पुलिस उप अधीक्षक लालसिंह के समक्ष पेश होकर लिखित शिकायत दी थी। इसमें बताया गया था कि उसने चूरू-जयपुर रूट पर दो बस सीकर आगार में लगा रखी है।
इन बसों को सीकर से जोधपुर रूट पर लगाने की एवज में सीकर आगार के एटीआई विजयसिंह मंथली के रूप में 20 हजार रुपए मांग रहा है। शिकायत पर एसीबी ने उसे डिजीटल टेप रिकॉर्डर देकर कांस्टेबल रामनिवास के साथ गोपनीय सत्यापन के लिए भेजा। कांस्टेबल रामनिवास ने शिकायत की पुष्टि कर दी। इस पर एसीबी ने एटीआई को रंगे हाथों दबोचने के लिए योजना बनाई। एबीसी ने आठ मई को परिवादी लालसिंह को रंग लगे 20 हजार रुपए और डिजीटल टेप रिकॉर्डर दिया और उसके साथ टीमें रवाना की। परिवादी लालसिंह दोपहर एक बजकर 10 मिनट पर आरोपी टीआई विजयसिंह से मिला तो उसने कहा कि अभी अधिकारी नहीं आए है। आने पर उसको बुला लूंगा। इसके बाद परिवादी दोपहर 3.45 बजे दोबारा एटीआई के पास गया तो उसने कहा कि अभी अधिकारी नहीं आए हैं। इससे वह ट्रेप होने से बच गया। इसके बाद एसीबी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।