उदयपुर। उदयपुर कस्बे के नेशनल हाइवे 48 पर पेट्रोल पंप के समीप शुक्रवार सुबह एक युवक का शव उसके आवास में मिला । मृतक की मां ने उसके बेटे द्वारा साडी से फंदा लगाकर आत्महत्या करना बताया, जबकि पत्नी और ग्रामीण युवक के साथ अनहोनी की आशंका जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही पीएम करवाने की बात पर अड गए । जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह परसाद कस्बे के पेट्रोल पंप के समीप एक दुकान में अपनी मां के साथ रह रहे सरू पंचायत के जाम्बूफला निवासी 22 वर्षीय संजय पुत्र नाथू मीणा की ओर से गले में साडी का फंदा लगा कर आत्महत्या करने की सूचना मिली । इस पर बडी संख्या में रिश्तेदार व गांव के लोग मौके पर पहुंचे।
मौके पर पहुंची पुलिस के समक्ष ग्रामीणों ने युवक की हत्या का अंदेशा जताते हुए आक्रोश जताया । युवक की मां ने पुत्र द्वारा साडी से फंदा लगाकर घर के सामने सूखे पेड की टहनी से लटककर आत्महत्या करना बताया, लेकिन ग्रामीणों ने दो लोगों के खिलाफ युवक की हत्या करने का आरोप लगाते हुए नामजद रिपोर्ट दी और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही पोस्टमार्टम करवाने की मांग को लेकर अड गए । थानाधिकारी मुकेशचन्द्र मय जाप्ता ,आरआई महेन्द्र मीणा, सरू पूर्व सरपंच नारायणलाल मीणा, पंचायत समिति सदस्य सुन्दर लाल मीणा सहित ग्रामीणों के साथ पोस्टमार्टम करवाने और मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर दिन भर चर्चा का दौर चला । शाम करीब पांच बजे बात नही बनने पर पुलिस ने शव को परसाद मोर्चरी में रखवाया । ग्रामीणों व मृतक की पत्नी कांता का आरोप है कि युवक के साथ कुछ अनहोनी हुई है क्योंकि दो माह पहले भी युवक को पुलिस पकडकर ले गई थी। रात भर थाने में रखा और मां से दूर रहने की हिदायत दी थी । परिजनों ने युवक की हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाते हुए नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी और कडी कार्रवाई की मांग की है ।
थानाधिकारी मुकेशचन्द्र ने बताया कि ग्रामीणों व परिजनों को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर घटना की निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया है लेकिन परिजन फिर भी नही माने । शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की वास्तविक जानकारी मिल पाएगी । फिलहाल शव को मोर्चरी में रखवाया है । बताया गया कि मृतक सरू के जाम्बूफला का रहने वाला था और परसाद वन पौधशाला के बाहर मां के साथ ठेले पर सब्जी बेचता था। बीच में किसी परेशानी के चलते राजनगर मार्बल माइन्स में मजदूरी करने चला गया थाख् जहां से रक्षाबंधन के दिन घर लौटा था।