छात्रवृत्ति के लिए नहीं देना होगा आवेदन, ऑटो डिलीवरी सिस्टम लागू
छात्रवृत्ति के लिए नहीं देना होगा आवेदन
बाड़मेर। बाड़मेर विद्यार्थियों को अब छात्रवृत्ति के लिए अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग सूचना प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग आधारित रियल टाइम ऑटो डिलीवरी सिस्टम के माध्यम से लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान करेगा। सीएम अशोक गहलोत ने भी 2023-24 के बजट में जनाधार डाटाबेस का उपयोग कर पात्र व्यक्तियों एवं परिवारों को घर बैठे बिना आवेदन किए स्वत: लाभ देने की घोषणा की थी. उसी के तहत अब पात्र विद्यार्थियों को स्कूलों में मिलने वाली विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति सहित अन्य योजनाओं के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी। छात्रों को 13 प्रकार की जानकारी देनी होगी, छात्रों के प्रवेश के समय 13 बिंदुओं की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी, जिसके बाद पात्र छात्रों के छात्रवृत्ति आवेदन स्कॉलर पोर्टल पर स्वचालित रूप से संसाधित हो जाएंगे।
यदि इनमें कमी पाई जाती है तो जिम्मेदारी छात्रवृत्ति प्रभारी, संस्था प्रमुख की होगी। यदि पात्र लाभार्थियों के आवेदन ऑनलाइन नहीं हैं, तो सिस्टम स्वचालित रूप से 10 दिनों के बाद ऐसे आवेदनों पर कार्रवाई करेगा। छात्रवृत्ति के लिए यह करना होगा: आधार और जन आधार विवरण, अंतिम कक्षा उत्तीर्ण स्थिति के साथ पारिवारिक आयकर दाता प्रतिशत, हॉस्टलर, डे स्कॉलर, ईडब्ल्यूएस विवरण, बीपीएल, ओबीसी, ईसीबी विवरण संबंधित प्रमाण पत्र।
मजदूरों की समस्याओं का होगा निस्तारण: मंत्री
बाड़मेर जिले के निर्माण श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को जिला निर्माण श्रमिक प्रतिनिधि मंडल के प्रतिनिधियों ने श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई के जयपुर आवास पर मुलाकात की। उन्होंने बताया कि जिले के निर्माण मजदूरों के विभिन्न योजनाओं के स्वीकृत आवेदनों के रूके हुए भुगतान, निर्माण श्रमिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना, प्रसूति सहायता योजना एवं मृत्यु सहायता योजना के आवेदनों का शत प्रतिशत निस्तारण कर एक माह में भुगतान करने एवं लंबे समय से लंबित शुभ शक्ति योजना के आवेदनों का तत्काल निस्तारण कर श्रमिकों को लाभ दिलवाले की मांग की।