अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए 30 जुलाई तक आवेदन

Update: 2023-07-20 06:54 GMT

बाड़मेर: बाड़मेर अल्पसंख्यक मामलात विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा शैक्षणिक सत्र 2023-24 की अवधि में कक्षा 9 से उच्चतर कक्षाओं व पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अमीन खान मापूरी ने बताया कि जिले में अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से कक्षा 9 से उच्चतर कक्षाओं व पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं के प्रवेश के लिए 30 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। जिले में 5 राजकीय अल्पसंख्यक बालक-बालिका छात्रावास इस शैक्षणिक सत्र 2023-24 से संचालन किए जा रहे हैं।

जाम्भाणी साहित्य सदन मुकाम का भूमि पूजन समारोह

सेड़वा| जाम्भाणी साहित्य अकादमी द्वारा निर्मित किए जा रहे जाम्भाणी साहित्य सदन मुकाम का भूमि पूजन समारोह संपन्न हुआ। अकादमी की अध्यक्षा प्रो. इंद्रा विश्नोई ने बताया कि पर्यावरणीय चेतना और युक्ति-मुक्ति की संदेश वाहिनी गुरु जाम्भोजी की सबद वाणी और जाम्भाणी संत कवियों की वाणियों के संरक्षण, संवर्धन, प्रकाशन और प्रचार-प्रसार, बच्चों में संस्कारों के बीजारोपण के लिए संस्कार शिविर, ज्ञान परीक्षा और देश-विदेश में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण, मानव मूल्यों व सद्भावना के लिए स्थापित जाम्भाणी साहित्य अकादमी के साहित्य सदन मुकाम में बनने से लाखों की संख्या में मेले में आने वाले लोग लाभान्वित होंगे। इस चार मंजिला इमारत में पुस्तकालय, कॉन्फ्रेंस हॉल, विश्नोई पंथ, इतिहास एवं साहित्य से संबंधित चित्र दीर्घा का निर्माण होगा। मुकाम आने वाले लोगों के लिए यह ज्ञानवर्धक साहित्य भवन आकर्षण का केंद्र होगा। विश्नोई समाज के पर्यावरण संरक्षक बलिदानी इतिहास और जाम्भाणी साहित्य पर शोधकार्य करने वाले लोगों को यहां तमाम सुविधाएं उपलब्ध रहेगी।

साहित्य शोध संस्थान की बैठक संपन्न

बाड़मेर| पश्चिमी राजस्थान में राजस्थानी डिंगल साहित्य के पुनरुद्धार व शोध कार्य के लिए गठित महात्मा ईसरदास चारण साहित्य शोध संस्थान जिला बाड़मेर की बैठक करणी कुंज रॉय कोलोनी में संस्थान के अध्यक्ष महादानसिंह बारहठ भादरेश की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें संस्थान के आवश्यक कार्यों पर विचार विमर्श किया गया तथा शीघ्र आम सभा की बैठक बुलाने, सदस्यता के लिए सघन अभियान चलाने के साथ मोहरें व पंजीकृत संख्या के लेटर पैड, रसीद बुकें छपवाने के निर्णय लिया गया। संस्थान उपाध्यक्ष दीपसिंह भाटी ने विधान पत्र पढ़कर सुनाया तथा संस्थान के संरक्षक डॉ. बीडी तातेड़ ने बाड़मेर के साहित्य जगत के लिए एक पंजीकृत शोध संस्थान की स्थापना को ऐतिहासिक क्षण बताते हुए सबको बधाई दी।

Tags:    

Similar News

-->