Alwar: राजस्थान के अग्निवीर को पहली बार मिला शहीद का दर्जा

आतंकी सर्च ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से शहीद हो गए थे।

Update: 2024-11-20 06:59 GMT

अलवर: जितेंद्र सिंह राजस्थान के पहले अग्नवीर होंगे, जिन्हें शहीद का दर्जा दिया जाएगा। बता दें कि वे 2022 की अग्निवीर भर्ती में सेना में शामिल हुए थे। जितेंद्र मई-2024 में जम्मू कश्मीर के पूंछ के राजौरी इलाके में आतंकी सर्च ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से शहीद हो गए थे।

सोमवार को अलवर जिले के रैणी क्षेत्र के नवलपुरा मोरोद गांव में उनके परिवार को शहीद होने का पत्र सौंपा गया. अब राज्य सरकार के माध्यम से शहीदों को मिलने वाला पैकेज उनके परिजनों को दिया जाएगा. केंद्र सरकार और पंजाब नेशनल बैंक से परिजनों को दो करोड़ रुपये मिले हैं.

सर्च ऑपरेशन में एक गोली चली: गांव के पूर्व सैनिक बख्तावर सिंह ने बताया कि कमांडिंग ऑफिसर कर्नल तरूण देव ने राज्य सरकार के मुख्य सचिव सुधांशु पंत के नाम पत्र जारी कर अग्निवीर जितेंद्र सिंह को शहीद माना है. परिजनों ने बताया- 29 दिसंबर 2022 को जितेंद्र सिंह को अग्निवीर में भर्ती कराया गया था।

इसके बाद उन्हें 3 पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा बनाया गया। इसके लिए उन्होंने बेंगलुरु में 1 साल की स्पेशल ट्रेनिंग भी ली। उनकी पहली पोस्टिंग 29 फरवरी 2024 को जम्मू-कश्मीर में हुई थी। 9 मई 2024 को जितेंद्र को जम्मू-कश्मीर के पुंछ राजौरी इलाके में सेना की एक टुकड़ी के साथ आतंकी तलाशी अभियान पर भेजा गया था. इस दौरान गोली लगने से जितेंद्र शहीद हो गये. एक गोली जीतेन्द्र सिंह के सिर में लगी और दूसरी गोली कमर को छूते हुए निकल गयी. जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें सेना मुख्यालय से पत्र मिला है. जिसे जयपुर निदेशालय भेज दिया गया है। इसमें लिखा था कि अग्निवीर जितेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा दिया गया है. केंद्र सरकार से जितेंद्र सिंह को 1 करोड़ रुपये की मदद मिली है. वहीं, पंजाब नेशनल बैंक से 1 करोड़ रुपये की मदद मिली है.

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