अजमेर पत्थरों के लिए पहाड़ों पर हो रहे हैं ब्लास्ट लकड़ी के लिए हो रहे हैं पेड़ों की अवैध कटाई
अजमेर | पत्थरों के लिए पहाड़ों पर ब्लास्ट हो रहे हैं और लकड़ी के लिए पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है। जिससे गंभीर प्राकृतिक असंतुलन के साथ कचरा और जल प्रदूषण बढ़ रहा है। बरसात का पैटर्न बदलने के अलावा प्रदूषण, स्मोग और तापमान में असंतुलन के हालात हैं। धरती पर यह सब बदलाव घटती हरियाली के रूप में नजर आ रहा है।दस साल में एक बार पर्याप्त बरसात
जिले में पिछले करीब डेढ़ दशक के दौरान केवल 2019 में 900 मिलीमीटर बरसात हुई थी। इसके बाद जिले में कभी औसत बरसात नहीं हो सकी। जिले की औसत बरसात 550 मिलीमीटर मानी जाती है। वर्ष 2014 में 545.8, 2015 में 381.44, 2016 में 512.07, 2017 और 2018 में 450, 2020 में 440, 2021 में 499, 2022 में 510 और 2023 में 535 मिलीमीटर बरसात हुई थी। ग्लोबल वार्मिंग का मौसम पर जबरदस्त असर पड़ रहा है।