AIBEA ने रिजर्व बैंक को लिखा पत्र, आवेदन फ़ार्म और आईडी प्रूफ माँगना अनुचित
जयपुर। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (AIBEA) ने रिजर्व बैंक, भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) को पत्र लिखकर बैंकों में 2000 रूपए का नोट बदलने के लिए देश के सभी बैंकों को एकरूप समान गाइड लाइन जारी करने की माँग की है।
ऑल इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक एम्पलाइज फ़ैडरेशन के राष्ट्रीय सचिव बैंक, राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलॉइज यूनियन के उप महासचिव कर्मचारी नेता सूरज भान सिंह आमेरा ने बताया कि 2000 रूपए का नोट बदलने के लिए बैंको को पब्लिक से एनेक्सर तीन आवेदन और आईडी प्रूफ़ लेना अनुचित है। यूनियन ने भी इसे अनुचित और परेशानीपूर्ण बताया है।
बैंक एंप्लॉयज यूनियन ने रिजर्व बैंक से इस पर स्थिति स्पष्ट करने और इस तरह की किसी कार्यवाही व औपचारिकता को हटाने की माँग की है। उन्होंने कहा कि जब २००० रुपए का नोट लीगल टेंडर है और इसके बैंक में ग्राहक के जमा करने पर कोई रोक टोक नहीं है तब बदलने के लिए आवेदन और ग्राहक का आईडी माँगना बैंक स्टाफ़ एवं पब्लिक के लिए परेशानी में डालने वाली कार्यवाही है।
आमेरा ने बताया कि बैंकों में लम्बे समय से भर्ती नहीं होने के कारण स्टाफ़ की भारी कमी है। सभी बैंको में लाखों पद रिक्त पड़े हैं। मंगलवार २३ मई से २००० रुपए के नोट बदलने के लिए बैंक शाखाओं में भीड़ पड़ने वाली है। इससे लंबी लाइन लगेगी। उस पर पब्लिक से नोट बदलने के लिए आवेदन और आईडी प्रूफ मांगने की कार्यवाही से बैंक कर्मचारी व अधिकारियों को भारी परेशानी व असुविधा होगी जिस पर रोक लगानी चाहिए।